शिक्षक दिवस पर 31 शिक्षकों को गवर्नर्स अवार्ड से नवाज़ा गया
- बच्चों को इतने बड़े सपने दिखाओ कि वह सोने न पाएं
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : शिक्षक दिवस परराज्यभर के विद्यालयों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 31 शिक्षकों को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गवर्नर्स अवार्ड -2018 से सम्मानित किया गया। अवार्ड पाने वालों में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर के 26 शिक्षकों को गवर्नर्स अवार्ड से नवाज़ा गया हैं। वहीं संस्कृत शिक्षा से पांच शिक्षकों को भी गवर्नर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड राज्य में प्रतिवर्ष माध्यमिक व प्राथमिक शिक्षा के राजकीय विद्यालयों के उत्कृष्ट शिक्षक-शिक्षिकाओं को गवर्नर्स अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। शिक्षक दिवस पर राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने इनके उत्कृष्ट कार्यों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि शिक्षक साधुवाद के पात्र हैं क्योंकि वह उत्तराखंड का भविष्य बना रहे हैं। उन्होंने कहा छोटे बच्चे खाली स्लेट की तरह होते हैं। शिक्षक उसपर जो लिख देगा वह हमेशा के लिये अंकित हो जाता है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए कहा कि बच्चों को इतने बड़े सपने दिखाओ कि वह सोने न पाएं। राज्यपाल ने शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए उनका आह्वान किया कि वे एक बार पुनः भारत वर्ष को विश्व गुरू के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा शिक्षक बच्चों को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने में उनकी सहायता करें। राज्यपाल ने कहा कि उनकी सफलता का श्रेय भी उनके गुरूजनों को जाता है, जिन्होंने अनुशासन, संस्कार और समाजसेवा का पाठ पढ़ाया। राज्यपाल ने शिक्षकों को कहा कि वे प्रत्येक बच्चे पर ध्यान दें और उनको आवश्यकता पड़ने पर एक्सट्रा क्लास दें जिससे उन्हें किसी ट्यूशन की जरूरत न हो।
उन्होंने शिक्षण में तकनीकी के समावेश पर उन्होंने जोर दिया। राजयपाल ने सम्मानित शिक्षकों को सलाह दी कि प्रदेशभर के सभी विद्यालयों में एक पीरियड स्वच्छता के नाम होना चाहिए। उन्होंने बालिका शिक्षा पर विशेष जोर देते कहा कि शिक्षक उन्हें ज्ञान और अनुशासन दें। क्योंकि बेटियां आगे बढेंगी तो एक नहीं दो-दो घरों का मान बढाएंगी।
इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि ईश्वर, माता-पिता और शिक्षक के विषय में जितना कहा जाए कम है। प्रदेश में शिक्षक बहुत अच्छे हैं। इस बार का बोर्ड परीक्षाफल उन्हीं की मेहनत का नतीजा है।
वहीँ सचिव शिक्षा भूपेंद्र कौर औलख ने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं। यह गुरु पर निर्भर करता है कि वह उसे क्या आकार देते हैं । उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने आचरण से उदाहरण प्रस्तुत करें। ‘ टीचर आॅफ द मंथ’ योजना शुरू की गई है। एस.सी.ई.आर.टी ने जिज्ञासा पोर्टल प्रारम्भ किया है। प्रत्येक शनिवार को ‘ डाउट क्लियरिंग डे’ मनाया जा रहा है। मिड डे मील योजना में एनीमिया रोग के प्रतिरोध हेतु लोहे की कढ़ाई प्रयोग की जा रही है। 2000 विद्यालयों में बायोमैट्रिक हाजिरी शुरू की गई है।
सम्मानित होने वाले प्राथमिक शिक्षक:-
अल्मोड़ा दीपा आर्य, प्रअ, राप्रावि लमगड़ा
बागेश्वर कमला परिहार, सअ, राकजूहा मन्यूड़ा गरूड़
चमोली वीएस झिंक्वाण, सअ, राप्रावि मानुरा दशोली
चंपावत रेखा वोरा, प्रअ, राप्रावि मौनपौखरी
देहरादून अरविंद सोलंकी, प्रअ, राप्रावि रामगढ़, रायपुर
हरिद्वार अमरीश चौहान, सअ, राप्रावि टीरा टौंगिया
नैनीताल ममता धामी, राप्रावि रतौड़ा, बेतालघाट
पौड़ी कुमुद रावत, प्रअ, राप्रावि चोपड़ा, पोखड़ा
पिथौरागढ़ गिरीश चंद्र जोशी, सअ, राउप्रावि नैनीपातल
रुद्रप्रयाग रेखा पुजारी, प्रअ, राआप्रावि खुमेट
टिहरी उषा त्रिवेदी, सअ, राप्रावि कोट (क्वीली)
उत्तरकाशी चंद्रकला शाह, प्रअ, राप्रावि मातली
यूएसनगर किरण शर्मा, प्रअ, राप्रावि कचनालगाजी
सम्मानित होने वाले माध्यमिक शिक्षक :-
अल्मोड़ा राजेंद्र सिंह बिष्ट, प्रवक्ता, जीआईसी चौमूधार
बागेश्वर आलोक पांडे, प्रवक्ता, जीआईसी वज्यूला, गरूड़
चमोली पुष्पा कनवासी, सअ, जीजीआईसी नारायणबगड़
चंपावत राजेंद्र कुमार गड़कोटी, प्रवक्ता, जीआईसी बापरू
देहरादून मधु कुकसाल, सअ, जीजीआईसी राजपुर रोड
हरिद्वार पूनम शर्मा, प्रिंसिपल, जीजीआईसी, झबरेड़ा
नैनीताल महेश चंद्र जोशी, सअ, राउमावि पाटकोट
पौड़ी एनएस असवाल, सअ, राउमावि बमणगांव, रिखणीखाल
पिथौरागढ़ राजीव कुमार कश्यप, सअ, जीआईसी बांसबगड़
रुद्रप्रयाग दर्शन सिंह रावत, प्रवक्ता, जीआईसी रामाश्रम
टिहरी शशि नेगी, प्रवक्ता, जीजीआईसी, नरेंद्रनगर
उत्तरकाशी सोवेंद्र सिंह, प्रवक्ता, जीआईसी बर्नीगाड
यूएसनगर धर्मेंद्र सिंह, सअ, जीआईसी बरहैनी बाजपुर
सम्मानित होने वाले संस्कृत शिक्षक :-
डॉ. जगदीश प्रसाद सकलानी, प्रवक्ता, फलित ज्योतिष श्री जयदयाल अग्रवाल संस्कृत महाविद्यालय, पौड़ी गढ़वाल
डॉ.नवीन चंद्र जोशी,सहायक प्रवक्ता,नव्य व्याकरण, श्री महादेव गिरी संस्कृत महाविद्यालय, हल्द्वानी
डॉ.महेश चंद्र जोशी, प्रवक्ता साहित्य, ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम, संस्कृत महाविद्यालय, हरिद्वार
हरीश चंद्र जोशी, सहायक अध्यापक, श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय, तल्लीताल, नैनीताल
डॉ.ओमप्रकाश पुर्वाल, प्रधानाचार्य, श्री नेपाली संस्कृत महाविद्यालय, ऋषिकेश