NSUI के छात्रों के सीएम आवास कूच को पानी की बौछार से पुलिस ने रोका

- मोदी कर रहे हैं उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का अपमान : डिम्पल शैली
देहरादून : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान के आह्वान पर कांग्रेस भवन में बड़ी संख्या में ऋषिकेश, डोईवाला, रायपुर, मसूरी आदि कॉलेज से सैकड़ों छात्रों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। इस दौरान उन्होंने हाथीबड़कला में लगी पुलिस की बेरिकेटिंग तोड़ डाली। इस दौरान छात्रों ने पुलिस का जमकर विरोध किया। यहाँ पर पुलिस को छात्रों को काबू करने के लिए पुलिस को वाटर केनन का इस्तेमाल करना पड़ा। ।
मंगलवार को कांग्रेस भवन से बड़ी तादाद में एनएसयूआइ कार्यकर्ता सीएम आवास कूच करते हुए जैसे ही कार्यकर्ता हाथीबड़कला पर पहुंचे तो पुलिस ने बेरिकेटिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन युवाओं के जोश के आगे पुलिस की बेरिकेटिंग उनका सामना नहीं कर पायी और छात्रों ने बेरिकेटिंग तोड़ दी।यहाँ पर छात्रों की पुलिस के साथ जमकर नोंंकझोंक भी हुर्इ।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस द्वारा एनएसयूआई के जुलूस को इस तरह से रोकने को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान ने सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस सरकार के इशारे पर छात्रों पर बल प्रयोग कर रही है।
गौरतलब हो कि इससे पहले कांग्रेस भवन में सैकड़ों की संख्या में जुटे छात्रों ने संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान ने मुख्यमंत्री आवास कूच का ऐलान किया था। इस दौरान एनएसयूआइ प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि पीएम मोदी ने छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया है।
वहीँ एनएसयूआइ की एमकेपी कॉलेज प्रभारी डिम्पल शैली सैकड़ों छात्राओं को लेकर कांग्रेस भवन पहुंची। जबकि पूर्व अध्यक्ष एसएस चौहान ने केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की भाजपा सरकार को जमकर घेरते हुए कहा कि मोदी ने देश के युवाओं से वायदा किया था कि बीजेपी सरकार बनने पर प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे। लेकिन चार साल बाद मोदी कह रहे हैं कि पकोड़े बनाना भी रोजगार है। ऐसा बयान उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का अपमान है।