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कल होगी महिला कर्मचारी शीला रावत को हटाये जाने के विरोध में तालाबंदी
- अकारण हटाई गई महिला कर्मचारी शीला रावत के समर्थन में अनेक संगठन
- पिछले 41 दिनों से सेवा बहाली की मांग को लेकर शीला रावत धरनारत
देहरादून । अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र से अकारण हटाई गई महिला कर्मचारी शीला रावत के समर्थन में अनेक संगठन सामने आ गये है और उन्हांेंने एक स्वर में केन्द्र के खिलाफ आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है और (कल) एक जून को केन्द्र में तालाबंदी की जायेगी।
पीपुल्स फोरम के जयकृत कंडवाल ने कहा है कि पिछले 41 दिनों से अपनी बहाली की मांग को लेकर महिला कर्मचारी शीला रावत धरनारत है लेकिन आज तक सरकार व शासन ने संस्थान के निदेशक के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की है जो चिंता का विषय है। उनका कहना है कि संस्थान के निदेशक एमपीएस बिष्ट से कई बार संपर्क किया गया लेकिन वह सम्मानजनक जवाब नहीं दे रहे है। उनका कहना है कि कार्यालय के आदेश के अनुसार शीला रावत को डाटा एंट्री आपरेटर के पद पर संविदा के माध्यम से नियुक्त किया गया था और सात साल बाद अकारण उन्हें हटा दिया गया है और उनके साथ के सात और अन्य कर्मचारी अभी भी संस्थान में कार्यरत है।
उनका कहना है कि केन्द्र निदेशक ने शीघ्र ही शीला रावत की बहाली नहीं की तो आर पार का आदोलन चलाया जायेगा और इसी परिपेक्ष्य में कल एक जून को केन्द्र में तालाबंदी की जायेगी। इस अवसर पर महिला मंच की जिला संयोजक निर्मला बिष्ट ने कहा कि एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा दिया जा रहा है और दूसरी ओर बेटी को ही नौकरी से हटाया जा रहा है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। उनका कहना है कि जरूरत पडी तो आर पार का आंदोलन किया जोयगा। उनका कहना है कि कल होने वाले तालाबंदी की जिम्मेदारी सरकार व निदेशक की होगी। इस अवसर पर वार्ता में निर्मला बिष्ट, शकुन्तला गुसांई, जगदीश कुकरेती, हरि राई, सुलोचना बहुगुणा, कमला बहुगुणा, जीत सिंह, वीरेन्द्र त्यागी, योगराज त्यागी, शीला रावत आदि मौजूद थे।