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द्रोणागिरी क्षेत्र के लोगों के लिए रोज़गार का रास्ता खोल गया ट्रेक ऑफ़ द इयर अभियान

”द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर” में जुटे सौ से अधिक ट्रेकर्स

पर्यटन मंत्री के न पहुँचने से घाटी के लोग हुए निराश 

नीति-माणा घाटी के गणमान्य व्यक्तियों ने बेहद जोश के साथ किया अभिनंदन !

राजेन्द्र जोशी 

जुम्मा (जोशीमठ) से लौटकर : उत्तराखंड पर्यटन विभाग व नीति माणा घाटी कल्याण समिति के तत्वावधान में प्रदेश सरकार ने द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 का समापन द्रोणागिरी गांव में हुआ ।पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 100 माउंटेनर्स ने शिरकत की। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एक बार फिर कथित रूप से हैलीकाप्टर की तकनीकि दिक्कत के कारण जोशीमठ से द्रोणागिरी नहीं पहुँच पाए। जिससे स्थानीय ग्रामीणों में निराशा हुई। 

इस अवसर पर ग्राम सभा द्रोणागिरी व रुइंग गाँव द्वारा पूरे देश के कोने कोने से आये ट्रेकर्स व अतिथियों का अपनी लोक संस्कृति के आधार पर स्वागत किया गया। पहले दिन ट्रेकिंग दल रुइंग गाँव में रुका जहाँ गाँव की महिलाओं द्वारा मंगल गीतों से उनका स्वागत सत्कार किया गया।  मारछा, तोलछा जाति में प्रसिद्ध वहां की बिशेष किस्म की चाय से अपनी लोक संस्कृति का परिचय दिया गया। नीति घाटी के प्रसिद्ध लोक गायक दरवान नैथवाल व साथियों द्वारा सायंकाल में कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयी। वहीँ ढ़ोल की धुन पर पाऊणा नृत्य प्रस्तुत किया गया।

अगले दिन सुबह ट्रेकर्स का यह दल द्रोणागिरी के लिए रवाना हुआ जहाँ द्रोणागिरी गाँव के निवासियों द्वारा ट्रेकर्स के लिए कैम्प लगाए गए थे। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान दीपा देवी व अपर आयुक्त हरक सिंह रावत की अगुवाई में पूरे दल का ढ़ोल बाजों के साथ स्वागत किया। वहीँ दूसरी ओर महिला मंगलदल द्रोणागिरी द्वारा अपनी लोक संस्कृति के नृत्य प्रस्तुत किये गए। पाऊंणा नृत्य में बागनी ग्लेशियर ट्रैक पर जा रहे ”माउंटेन लवर्स मुंबई” से आई 41 सदस्यों की टीम ने भी जमकर नृत्य किया वहीँ ग्रामीण पुरुषों द्वारा लोक प्रचलित सराई नृत्य से कार्यक्रम की शमां बाँध दी।

पर्वत देवता के मुख्य पुजारी दीवान सिंह रावत द्वारा द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर 2017 में भागीदारी निभाने पहुंचे सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया गया। उन्होंने पर्वत देवता के क्षेत्र में ट्रेक करने के लिए सभी से अनुरोध किया कि वे बेवजह उच्च हिमालयी क्षेत्र में कूड़ा न फैलाएं व स्वच्छता का ध्यान रखें।

विगत 6 माह से द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर 2017 की तैयारियों पर जुटे इस गाँव के मूल निवासी व वर्तमान में अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल व नोडल अधिकारी केदारनाथ हरक सिंह रावत ने कहा कि इस ट्रेक की शुरुआत होने से न सिर्फ नीति घाटी के लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि यह रोजगार हरिद्वार ऋषिकेश देहरादून से लेकर यहाँ तक फैलेगा।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि छह माह के लिए प्रारम्भ हुए इस ट्रेक के लिए अभी भी कई दल इंतजारी में हैं। क्योंकि वे या उनकी ग्राम सभा एक साथ इस हिमालयी क्षेत्र में हजारो ट्रेकर्स को एक साथ बुलाकर उनकी समुचित व्यवस्था करने में फिलहाल असमर्थ है इसलिए उन्होंने हर ट्रेकर्स टीम से अनुरोध किया है कि वे हर माह ट्रेक करें ताकि पर्वत देवता के इस क्षेत्र की पावनता भी बनी रहे व उनकी समुचित व्यवस्था भी हो सके। उन्होंने देरी से शुरू हो रहे उन समस्त कार्यों पर नाराजगी जताते हुए सम्बन्धित विभागों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे समय पर कार्य प्रारम्भ कर दें अन्यथा मैं यह कदापि बर्दाश्त नहीं करूंगा कि काम करने वाला या करवाने वाला मेरा क्या लगता है।

उन्होंने कहा कि सिर्फ द्रोणागिरी ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र में बागनी ग्लेशियर, नंदी कुंड, गुफा शिलालेख, याक चारागाह सहित कई ऐसे बुग्याल भी हैं जहाँ स्कीइंग के लिए माकूल स्थान है। उन्होंने बताया कि उनके गाँव में सदियों पुराने मुखौटे भी हैं जो दर्शनीय हैं। यहाँ से दिखने वाली मुख्य हिमालयी चोटियाँ जिनमें चंगबंग, त्रिशूली, हरदोल, हाथी, कलंका, चंगीर ऋषि शिखर इत्यादि प्रमुख हैं।

उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए क्षेत्रीय जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक सरोकारों से जुड़े उदित घिल्डियाल जोकि नीति-घाटी कल्याण समिति के सदस्य भी हैं ने इस कार्यक्रम को सम्पूर्ण करने में जो सहयोग दिया उसके लिए द्रोणागिरी गाँव उनका आभारी रहेगा ,जहाँ एक ओर पर्यटन मंत्री के न पहुँचने से क्षेत्रीय लोगों में निराशा हुई  वहीँ लोग यह कहते भी सुने गए कि यह सब जानबूझकर एक सोची समझी राजनितिक साजिश का हिस्सा है क्योंकि इस से पहले सतपाल महाराज को वाण गॉव में भी नहीं उतारा गया।

द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर 2017 में ओएनजीसी, नेहरु इंस्टीटयूट ऑफ़ माउंटेनर्स, गढ़वाल मंडल विकास निगम, माउंटेन लवर्स मुंबई, बन विभाग, एसडीआरएफ, पुलिस प्रशासन, राजस्व/स्वास्थ्य विभाग सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी, भाजपा महिला मोर्चा गोपेश्वर इत्यादि शामिल थे।

फोटो साभार : मनोज इष्टवाल 

devbhoomimedia

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