जोशीमठ : श्री गुरु गोविंद सिंह के जयघोष के साथ सिखों के पवित्र स्थल श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के साथ ही हिंदूओं की आस्था के केंद्र लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट धार्मिक रीतिरिवाज के साथ सुबह करीब नौ बजे खोल दिए गए। इस दौरान करीब तीन हजार से अधिक भक्त मौजूद रहे।
करीब 14 किलोमीटर की खड़ी चढाई पर पैदल यात्रा के बाद श्री हेमकुंड साहिब पहुंचा जाता है। यहां पवित्र सरोवर है तो गुरुद्वारा और लक्ष्मण लोकपाल मंदिर भी है। अब करीब छह माह तक इन स्थलों पर गुरु की अरदास के साथ ही लक्ष्मण की पूजा होगी।
गत सुबह गोविंदघाट से रवाना हुआ यात्रियों का जत्था कल शाम घांघरिया पहुंच गया था। यहां से करीब तीन हजार यात्री सुबह पांच बजे हेमकुंड के लिए रवाना हुए। वहां पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर पर स्नान किया। इसके बाद हेमकुंड गुरुद्वारा के साथ ही लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट खोल दिए गए।
गुरुद्वारे में पंच प्यारों के नेतृत्व में गर्भ गृह से श्री गुरु ग्रंथ साहिब को लाने के बाद दरवार साहिब में स्थापित किया गया। इसके बाद गुरु की अरदास के साथ ही शपद कीर्तन पाठ किया गया। यहां पहुंचे वाले यात्रियों में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों के यात्री शामिल रहे।
इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, हेमकुंड ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी सरदार जनक सिंह, गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, एसडीएम जोशीमठ योगेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।