करोड़ो खर्च, फिर भी भरदार की जनता प्यासी
समस्याओं के समाधान को किये जाएंगे ठोस प्रयासः चौधरी
रुद्रप्रयाग। गर्मियों का सीजन हो या फिर सर्दियां। रुद्रप्रयाग जनपद में एक पट्टी ऐसी है जहां पर सब कुछ मिल जायेगा, मगर कुछ नहीं मिलेगा तो वो है पानी। यहां हमेशा पेयजल की महा किल्लत बनी रहती है। पेयजल योजना के निर्माण पर करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों को दो बूंद पानी की नसीब नहीं हो पा रही हैं। ग्रामीण जनता एक-एक बूंद पानी के लिये मोहताज बनी हुई है। रात और दिन घंटों इंतजार के बाद बामुश्किल जनता को एक बर्तन पानी का नसीब हो रहा है।
विकासखण्ड जखोली के अंतर्गत परिश्मी भरदार क्षेत्र में पेयजल को लेकर हा-हाकार मचा हुआ है। एक-एक बूंद पानी के लिये जनता मोहताज बनी हुई है। स्थिति यह है कि ग्रामीण घरेलू कार्यों को छोडक़र दूर प्राकृतिक जल स्त्रोतों से किसी तरह पीठ में पानी ढ़ो रहे हैं, लेकिन यहां भी ग्रामीणों को घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। ग्रामीण जल निगम एवं जल संस्थान को समस्या से अवगत कराते-कराते थक चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों को मात्र कोरे आश्वासन थमाये जा रहे हैं। भरदार क्षेत्र के सांैराखाल, सतनी, कफना, घेघंडख़ाल, रौठिया, जवाडी, दरमोला सेम सहित अन्य गांवों में इन दिनों भीषण पेयजल संकट बना हुआ है।
करोड़ो रूपये खर्च होने के बाद भी रौठिया-जवाड़ी पेयजल योजना पर पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। अभी भी पेयजल योजना का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। जबकि जल निगम वर्षों से धन का अभाव होने की बात कह रहा है। ऐसे में ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। पूर्व में जनता जिला मुख्यालय में आंदोलन भी कर चुकी है, लेकिन स्थिति जस की तस है। शासन स्तर भरदार क्षेत्र की पेयजल समस्या को दूर करने के लिये वर्ष 2006 में लस्तर-भरदार पेयजल योजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि योजना के निर्माण पर करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं, मगर इस योजना से एक भी परिवार को लाभ नहीं पहुंचा है। इस पेयजल योजना के निर्माण से कई गांवों की पेयजल समस्या दूर होनी थी, लेकिन योजना का निर्माण कार्य अधर में लटकने से ग्रामीण एक-एक बूंद पानी के लिये दर-बदर भटक रहे हैं।
क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी ने कहा कि भरदार क्षेत्र की हजारों की आबादी एक-एक बूंद पानी के लिये वर्षों से तड़प रही है। गर्मियों का सीजन शुरू होते ही दिक्कतें बढ़ गई हैं। कई बार जल निगम को समस्या से अवगत कराया गया है। अधर में पड़े पेयजल योजना का निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिये पूर्व में आंदोलन भी किया गया, लेकिन स्थिति जस की तस है। उन्होंने कहा कि गर्मी बढऩे के कारण सभी प्राकृतिक जल स्त्रोत सूख चूके हैं। ऐसे में ग्रामीणों को कही से भी पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि जल निगम को क्षेत्रीय जनता की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुये शीघ्र पेयजल योजना का निर्माण कार्य पूर्ण करना चाहिये।
वहीं क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि पेयजल योजना निर्माण के लिये अब तक 12 करोड़ रूपये अवमुक्त हो चुके हैं, लेकिन फिर भी क्षेत्र में पेयजल की किल्लत है। उन्होंने कहा कि पेयजल येाजना को धरातल पर लाने के लिए पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। तकनीकी परीक्षण व नया आंगणन तैयार कर एक सप्ताह के भीतर कार्य शुरू करवा दिया जायेगा, जिसके बाद जनता की पेयजल से संबंधित दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
पूर्वी एवं पश्चिमी भरदार पहुंचने पर स्थानीय जनता ने किया विधायक का स्वागत
रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं से भली-भांति परिचित हूं और जनता ने जो आशीर्वाद दिया, उसके लिये मैं जनता का ऋणी हूं। उन्होंने कहा कि समस्याओं के निराकरण को ठोस प्रयास किये जाएंगे और पूर्वी एवं पश्चिमी भरदार में सबसे अधिक पेयजल का संकट है, इसके निराकरण के लिये तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं।
पश्चिमी एवं पूर्वी भरदार के रतनपुर, घेंघड़, सौंदा, मौसड़, माथगांव, महरगांव, ढौंड़ा, तिमली, सौंरा क्षेत्र का एक दिवसीय जनता का धन्यवाद करने पहंुचे क्षेत्रीय विधायक भरत सिंह चैधरी का स्थानीय जनता ने गाजे-बाजों के साथ जोरदार स्वागत किया और क्षेत्रीय समस्याओं से अवगत कराया। इस अवसर पर विधायक भरत सिंह चैधरी ने कहा कि वर्ष 2006-07 में लस्तर गाड़ से भरदार क्षेत्र के लिये पेयजल योजना स्वीकृत हुई थी, लेकिन दस वर्ष बीतने के बाद योजना के निर्माण में 13 करोड़ खर्च होने के बाद भी भरदार के एक भी गांव को अभी तक पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि पेयजल योजना के निर्माण पर 16 करोड़ रूपये विभाग ने और मांगे हैं, जो कि शीघ्र ही स्वीकृत कर योजना का आगे का निर्माण कार्य शुरू कराया जायेगा।
चौधरी ने कहा कि भरदार में सबसे अधिक पेयजल का संकट है और यह मेरे संज्ञान में है। जो गांव यातायात से अभी नहीं जुड़ पाये हैं, उन्हें जोड़ने के प्रयास किये जाएंगे और पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान ऐसे प्रयास किये जाएंगे कि सभी समस्याओं का समाधान हो जाय। उन्होंने क्षेत्रीय जनता का आभार जताते हुये कहा कि सभी एक दूसरे का सहयोग करते हुये विकास के मार्ग को प्ररस्त करेंगे।
भ्रमण के दौरान स्थानीय जनता ने सौंदा-मठियाणा-सिलगांव, सौंरा-सतनी-बांसी, रुद्रप्रयाग-मल्यासू-कोटली-बांसी, सेमलता-डुंगरा-कफना-सौंरा, भ्यूंता-खरगेड़ एवं स्यारी मोटरमार्ग निर्माण को लेकर ज्ञापन सौंपे और सौंदाखाल में मोबाइल टाॅवर लगाने की मांग रखी। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिये सभी मिल जुलकर सामूहिक प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास में सभी का साथ जरूरी है। उन्होंने कहा कि भरदार में सबसे अधिक समस्या पेयजल की है और उसके निराकरण के लिये प्रयास किये जा रहे हैं।
क्षेत्र भ्रमण में लोकगायक विक्रम कप्रवाण, प्रधान रतनपुर गोविंद सिंह तरवाड़ा, प्रधान जवाड़ी कुंवर लाल सत्यार्थी, प्रधान घेंघड़ रामलाल शाह, प्रधान सौंदा राधा देवी कठैत, प्रधान मौसड़ रमेश लाल, प्रधान माथगांव सुमित कप्रवाण, जगदीश लाल, प्रधान तिमली बीरू लाल, प्रधान सौंरा गुडडी देवी बिष्ट, प्रधान भ्यूंता महावीर लाल, प्रधान बांसी तेज सिंह धनाई, प्रधान सतनी हनुमंत सिंह बिष्ट, भाजपा वरिष्ठ नेता जयेन्द्र नेगी, सुजान सिंह नेगी, हेमराज पुंडीर, विजय सिंह नेगी, मनबर सिंह बिष्ट, मनबर सिंह रौतेला, डाॅ केसी बिष्ट, महिला मंगल दल अध्यक्ष नारायणी देवी बिष्ट, महावीर सिंह रावत, सच्चिदानंद भटट, दिलबर सिंह राणा, रविन्द्र राणा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।