UTTARAKHAND

अंतिम संस्कार को निकला परिवार… रास्ते में काल बनकर टूटा डंपर, मां-बेटे-बेटी-दामाद समेत 7 की दर्दनाक मौत

सहारनपुर।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे स्थित सोना सैयद माजरा गांव के पास तेज रफ्तार बजरी से भरा डंपर कार पर पलट गया। हादसे में मां, बेटा, बेटी और दामाद समेत सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। गुस्साएं लोगों ने साढ़े तीन घंटे तक एक्सप्रेसवे को जाम किए रखा। अधिकारियों के मुआवजा और अन्य मांगों को पूरा किए जाने के लिखित आश्वासन पर भी जब जाम नहीं खोला तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को हटाया गया।

गागलहेड़ी थाने के सोना सैयद माजरा गांव निवासी मेडिकल स्टोर संचालक संदीप सैनी (25) के मामा ऋषिपाल सैनी निवासी मोहद्दीपुर की बृहस्पतिवार शाम बीमारी के कारण मौत हो गई थी। बृहस्पतिवार सुबह अंतिम संस्कार होना था।

अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए संदीप अपनी मां रानी (55), बहन जूली(27), जीजा शेखर (28), भांजे अनिरूद्ध (2) निवासी छांगा मजरी थाना भगवानपुर हरिद्वार, मौसेरे भाई विपिन (22) निवासी दौलतपुर व भाई प्रदीप के ससुर उमेश सिंह (55) निवासी मेहद्दुपुर रावली हरिद्वार के साथ पंच कार में जा रहा था।

सुबह करीब सवा नौ बजे कार दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर गांव के अंडरपास से सहारनपुर की तरफ सर्विस रोड पर पहुंची थी। इसी दौरान देहरादून की तरफ से तेज रफ्तार आ रहे बजरी से भरा ओवरलोड डंपर अनियंत्रित होकर कार के ऊपर पलट गया। सभी लोग कार के अंदर दब गए और चीख-पुकार मच गई।

आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बजरी को हटाने का प्रयास किया, लेकिन बजरी से कार इतनी दबी हुई थी कि जेसीबी को बुलाना पड़ा। घंटों की मशक्कत के बाद एक-एक सभी को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक सातों की मौत हो चुकी थी। लोगों ने डंपर के चालक परिचालक को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।

हादसे के बाद गुस्साई भीड़ ने घटनास्थल से थोड़ी दूर स्थित चमारीखेड़ा टोल पर पहुंच कर जाम लगा दिया। आरोप था कि एनएचएआई और जिला प्रशासन की वजह से यह हादसा हुआ है। एक्सप्रेस वे का निर्माण पूरा होने के बाद भी ओवरब्रिज शुरू नहीं किए जा रहे हैं।

इस दौरान सांसद इमरान मसूद, एमएलसी शाहनवाज अली, विधायक आशु मलिक, पूर्व मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी, पूर्व विधायक जगपाल सिंह आदि भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। करीब साढे तीन घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के मृतक परिवार को मुआवजे, डंपर चालक पर कार्रवाई, ओवरब्रिज को चालू कराने के लिखित आश्वासन पर भी जाम नहीं खोला। इसके बाद पुलिस ने लाठियां फटकार कर जाम खुलवाया।

जाम खुलने के बाद मंडलायुक्त डॉ. रुपेश कुमार, डीआईजी अभिषेक सिंह, डीएम मनीष बंसल और एसएसपी आशीष तिवारी ने भी मौके पर घटना स्थल का निरीक्षण किया। डीएम मनीष बंसल ने बताया कि घटना की जांच के लिए एडीएम के नेतृत्व में कमेटी गठित कर दी गई है।

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