काफ़ल – रिश्तों की मिठास और ताज़गी का जंगली फल
काफ़ल – रिश्तों की मिठास और ताज़गी का जंगली फल
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उत्तराखण्ड के पहाड़ी जीवन में काफ़ल का विशेष महत्व रहा है । यह जंगली फल हम से एक पीढ़ी पहले के जीवन में तो एक ख़ुशनुमा याद की तरह अपना अमर स्थान बनाये हुए है । ख़ुद मेरे लिये कुछ पहाड़ी फल जैसे आडू, खूबानी और क़ाफ़ल आदि nostalgic हैं ।
पहले पहाड़ों में मिठाई का प्रचलन बहुत अधिक न होने के कारण तथा सुलभता से प्राप्त न होने के साथ-साथ आम लोगों की आर्थिक स्थिति अत्यधिक मज़बूत न होने के कारण यहां जंगली फल आम जनमानस के जीवन में विशेष महत्व के बन गये । क़ाफ़ल की मिठास और ताज़े काफ़ल की विशेष महत्ता, अप्रैल से जून तक के इसके सीजन ने और जंगलों में इसकी उपलब्धता ने पहाड़ी सामाजिक जीवन में इस फल से बहुत खूबसूरत यादों को जोड़ा । गर्मी के मौसम में जंगल जा कर समूह में आनंद, उल्लास और हुडदंगी दोस्तों की शरारत के साथ इसे टीपना उसके बाद ताज़ा रसीले क़ाफ़ल के स्वाद ने इसे अपनों से बहुत गहराई से जोड़ा ।
जिन-जिन क्षेत्रों में यह फल बहुतायत में होता है वहाँ के लोग अपने नज़दीकी रिश्तेदारों, ध्याण और अन्य स्नेहीजनों को इसे इसकी ताज़गी के साथ इसे पहुंचाने की पुरज़ोर कोशिश के साथ न केवल इस फल की मिठास और ताज़गी बरकरार रखते थे बल्कि रिश्तों की मिठास और ताज़गी भी यह फल बढ़ाता आया है । इसलिए क़ाफ़ल की टोकरियों की समौंण में रिश्तों की मधुरता की महक का आदान-प्रदान हमारे विशुद्ध पहाड़ी जीवन का खूबसूरत हिस्सा रहा है ।
न केवल भौगोलिक और पहाड़ी आर्थिक-सामाजिक दृष्टिकोण से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह फल अत्यधिक लाभकारी है –
Myrica esculenta, जिसे हम काफल के नाम से जाना जाता है, एक फल है जो भारतीय उपमहाद्वीप के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इस फल के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं –
1. पोषक तत्वों से भरपूर : काफल में विटामिन सी, विटामिन ए, और विभिन्न प्रकार के खनिज जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, और फास्फोरस पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
2. एंटीऑक्सीडेंट गुण : काफल में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। इससे त्वचा को स्वस्थ और युवा बनाए रखने में मदद मिलती है।
3. पाचन तंत्र के लिए लाभकारी : इस फल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करती है। इसके सेवन से कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
4. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण : काफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के सूजन संबंधित रोगों के इलाज में किया जाता है।
5. हृदय स्वास्थ्य : काफल का सेवन हृदय के लिए भी लाभकारी माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम और अन्य खनिज रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
6. मधुमेह नियंत्रण : काफल का नियमित सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह फल मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
7. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद : काफल में पाए जाने वाले विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को चमकदार और बालों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
8. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि : काफल में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से बचाव होता है।
ताजे काफल का सेवन करने से यह स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी होता है ।
अपने अधिकतम गुणों को संजोए इस सीजन की पहली समौंण जब मुझे मिली तो इसके बारे में लिखे बिना न रहा गया ।