DEHRADUNPOLITICSUttarakhand

कभी ना कभी हाँ के बीच लटकी है यशपाल आर्य की लोकसभा लड़ने की दावेदारी

देहरादून : लोकसभा चुनाव जैसे जैसे पास आ रहें है नेताओं के चुनाव लड़ने ना लड़ने की अटकले लगातार उठने लगी है कांग्रेस मे कौन कहा से चुनाव लड़ेगा अभी तक तय नहीं है। हरीश रावत हरिद्वार से ताल ठोक रहें है तो हरक सिंह रावत भी हरिद्वार से ही लोकसभा लड़ना चाहते है। वही प्रीतम सिंह कई बार टिहरी लोकसभा चुनाव ना लड़ने की घोषणा कर चुके है वही बाकी लोकसभा सीटों मे भी कांग्रेस का कोई प्रत्याशी अभी तक तय नहीं है।

वही विधायक नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने लोकसभा चुनाव 2024 में इस संसदीय सीट में ठोकी दावेदारी, कांग्रेस हाईकमान के आदेश का इंतजार हालांकि पहले यशपाल आर्य खुद चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके थे लेकिन अब वो पार्टी के निर्देश की बात करने लगे है।

उत्तराखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यशपाल आर्य ने नैनीताल- ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट से अपनी दावेदारी पेश कर दी है। कहना है कि हमेशा पार्टी नेतृत्व का सम्मान किया है।

उत्तराखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यशपाल आर्य ने नैनीताल – ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट से अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। आर्य का कहना है कि उन्होंने हमेशा पार्टी और नेतृत्व का सम्मान किया है। कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता लगातार उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं।ऐसे में यदि हाईकमान कहेगा तो वह निश्चित रूप से एक कार्यकर्ता के रूप में निर्देशों का पालन करेंगे।

लोकसभा चुनाव 2024 में नैनीताल – ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट किसे चुनाव लड़ाया जाएगा? कांग्रेस इस सवाल से अब तक बचती नजर आ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भी किसी एक नाम को अब तक तवज्जो न देते हुए सीट के कई दावेदार बताए हैं।

वहीं, खुद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी कई बार ये बयान दे चुके हैं कि वह लोकसभा चुनाव की दौड़ में नहीं हैं। शनिवार को उन्होंने एकाएक पत्रकार वार्ता बुलाकर चुनाव लड़ने की इच्छा जता दी।

हालांकि, उनका कहना था कि कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता, यहां तक कि ऊधमसिंह नगर के कई वरिष्ठ साथी उनसे लगातार नैनीताल संसदीय… क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं।

आर्य ने कहा कि उनके लंबे राजनीतिक जीवन में नैनीताल- ऊधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र के लोगों, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें इस लायक समझा और उनका सहयोग किया। ऐसे में पार्टी नेतृत्व का आदेश उनके लिए सर्वोपरि है। यदि पार्टी नेतृत्व, वरिष्ठ नेताओं, साथियों का निर्देश होगा तो वह निश्चित रूप से पार्टी के निर्णय को स्वीकार और शिरोधार्य करेंगे।इशारों में बताया दोनों जिलों में है रुतबा

आर्य ने कहा कि पूर्व में वह खटीमा विधानसभा सीट से उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उस वक्त खटीमा सीट में मैदान और पहाड़ का बड़ा क्षेत्र आता था। उत्तराखंड राज्य गठन के बाद भी पार्टी ने उन्हें अवसर दिया। नैनीताल और फिर मुक्तेश्वर विधानसभा सीट से उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया और वर्तमान में वह बाजपुर विधानसभा सीट से एक सेवक के रूप में कार्य कर रहे हैं। जनता ने उन पर विश्वास जताते हुए उन्हें फिर चुनकर विधानसभा में भेजा है।

Related Articles

Back to top button
Translate »