इन दिनों राज्य मे यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामला समेत विधानसभा में बैकडोर से हुई भर्ती को लेकर सियासत गरमाई हुई है।तो एक तरफ वर्तमान मे राज्य सरकार भर्तियों में हुए घोटाले की जांच कराकर सभी दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रही है , तो वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस और अन्य दल सरकार पर हमलावर नजर आ रहे हैं।
बता दे की भाजपा नेतृत्व मे उत्तराखंड के इस भर्ती घोटाले में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के कूदने से भी स्थिति असहज देखी जा रही है। तो राहुल गांधी व अरविंद केजरीवाल इन घोटालों को राष्ट्रीय स्तर पर उठा कर इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव 2024 तक जिंदा रखने की रणनीति पर चल रहा है।
तो ऐसे में आने वाले समय में भाजपा के लिए जनता को जवाब देना आसान नहीं होगा. भले ही बीजेपी सरकार ने सभी भर्ती घोटालों की जांच करा रही हो और कुछ मामलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित कर दीं हो. भर्तियों पर शुरू हुई राजनीति के चलते प्रदेश के युवा भी काफी आक्रोशित नजर आ रहे है।
तो अब युवा और उत्तराखण्ड जनता भाजपा नेतृत्व व सीएम धामी के किसी बड़े फैसले के इंतजार में है।