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डॉ.निशंक की अभी तक 100 से भी अधिक कविता संग्रह,कहानी संग्रह,उपन्यास,यात्रा वृत्तांत,प्रेरक ग्रन्थ इत्यादि प्रकाशित हो चुके हैं।

पूरी दुनियां में डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक पहले साहित्यकार हो गये हैं,जिनकी रचनाओं पर लगातार एक वर्ष से भी अधिक अवधि से हर रविवार को एक नई पुस्तक पर देश और दुनियां के विविध क्षेत्रों के विद्वान अपना व्याख्यान प्रस्तुत करते हैं। ‘वर्ड बुक ऑफ रिकार्ड’ लंदन में दर्ज इस परिचर्चा से जुड़ने वाले सभी विद्वान रविवार को साहित्य अकादमी दिल्ली में सम्मानित होंगे।
भारत सरकार के उद्योग मंत्री डॉ.महेन्द्रनाथ पाण्डये तथा महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.रजनीश शुक्ल की उपस्थिति में जहाँ ये विद्वान सम्मानित होंगे,वहीं विश्व में कीर्तिमान स्थापित करने वाले भारत के सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को ‘‘वर्ड बुक ऑफ रिकार्ड’’ का विश्व में प्रथम साहित्यकार का कीर्तिमान स्थापित करने वाले प्रमाण पत्र भी वर्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड,लंदन द्वारा साहित्य अकादमी के प्रेक्षागृह में प्रदान किया जायेगा।
स्मरण हो कि डॉ.निशंक उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री तथा भारत सरकार में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री के पद को सुशोभित कर चुके हैं,जो वर्तमान में हरिद्वार से संसद सदस्य भी हैं। डॉ.निशंक को अभी तक देश और दुनियां के दर्जनों श्रेष्ठ सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। विगत वर्ष ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय वातायन सम्मान, लंदन से प्राप्त होने के साथ-साथ 34-कनाड़ा,जर्मनी और ब्रिटेन का सम्मान भी उन्हें प्राप्त हो चुका है,जबकि नीदरलैण्ड से अन्तर्राष्ट्रीय अजेय सम्मान भी उन्हें प्राप्त हो चुका है जो 110 देशों के प्रतिनिधियों के मध्य उन्हें दिया गया।
डॉ.निशंक की अभी तक 100 से भी अधिक कविता संग्रह,कहानी संग्रह,उपन्यास,यात्रा वृत्तांत,प्रेरक ग्रन्थ इत्यादि प्रकाशित हो चुके हैं। डॉ.निशंक के विविध पुस्तकों पर अभी तक दो दर्जन से भी अधिक शोध,लघु शोध हो चुके हैं,जबकि 4 लोग डी.लिट् कर रहे हैं। देश-दुनियां के तमाम विश्वविद्यालयों में डॉ.निशंक के साहित्य को पाठ्यक्रम में पढ़ाया जा रहा है।

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