TMC,कांग्रेस और CPI के 72 नेता गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुए BJP में शामिल

भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी समेत 72 नेता
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कोलकाता : बंगाल चुनाव से भारतीय जनता पार्टी को बड़ी कामयाबी मिली है। मिदनापुर में अमित शाह की रैली में टीएमएस, कांग्रेस और सीपीआईएम के 72 नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। इस रैली में तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी भी अमित शाह के साथ मंच में दिखे और पार्टी में शामिल हो गए।
गौरतलब हो कि पिछले कई दिनों से यह कयास लगाए जा रहे थे कि शुभेंदु के टीएमसी का साथ छोड़ने के बाद बीजेपी का हाथ थामेंगे। शुभेंदु अधिकारी के साथ अलग-अलग दलों के कुल 72 नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। शुभेंदु अधिकारी के अलावा पूर्वी बर्द्धमान से टीएमसी सांसद सुनील मंडल ने भी बीजेपी का दामन थामा।
अमित शाह ने मिदनापुर की रैली में बताया कि आज पश्चिम बंगाल में हमारे साथ एक एमपी, नौ एमएलए, एक एक्स मिनिस्टर, एक एमओएस, 15 काउंसलर, 45 चेयरमैन और जिला पंचायत के दो अध्यक्ष जुड़े हैं। पश्चिम बंगाल में शुभेंदु अधिकारी को पार्टी में शामिल करवाना इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी तक किसी भी नेता को दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलवाई जाती थी लेकिन इस बार यह काम पश्चिम बंगाल में किया जा रहा है और इसकी जिम्मेदारी खुद अमित शाह ने उठाई है। यानी ममता के गढ़ में उनको बीजेपी की तरफ से सीधे तौर पर चुनौती दी गई है।
भारतीय जनता पार्टी में शनिवार को जो नेता शामिल हुए हैं उनमें 11 विधायक, एक सांसद और एक पूर्व सांसद हैं। विधायकों में शुभेंदु अधिकारी, तापसी मंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पंजा, शीलभद्र दत्ता, दीपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, श्यामपदा मुखर्जी, विश्वजीत कुंडू और बंसारी मैती शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व बर्द्धमान से टीएमसी सांसद सुनील मंडल और पूर्व सांसद दशरथ टिर्के भी बीजेपी में शामिल हुए।
मंच पर कभी ममता की सरकार बनाने में प्रमुख रहे शुभेंदु अधिकारी को अमित शाह के साथ वाली कुर्सी पर बैठाया गया। इतना ही नहीं शुभेंदु अधिकारी ने मंच पर ही अमित शाह के पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया। शुभेंदु अधिकारी ने बीते बुधवार विधायक पद छोड़ा था और उसके बाद उन्होंने पार्टी की सदस्यता भी छोड़ दी थी। अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले तृणमूल के कई नेताओं और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि ये नेता अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के वक्त भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामेंगे।