Uttarakhand
पक्षियों की बर्ड वाचिंग फेस्टिवल में 27 प्रजातियां मिली

देहरादून : पांचवें स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का समापन कार्यक्रम पक्षियों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए आगे आकर काम करने के संकल्प के साथ समाप्त हो गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग फेस्टिवल में पक्षियों की 27 नई प्रजातियां पाई गई। इस दौरान आयोजित की गई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। रविवार को स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का अंतिम दिन रहा। अंतिम दिन बर्ड वाचिंग के लिए थानो से सिरियों ट्रेल, थानो से रानीखेत और थानो से मिढ़ावाला भ्रमण के लिए 1500 से अधिक पक्षी प्रेमी और विशेषज्ञ पहुंचे।
वहीं, थानो से झिमलिम झील के लिए 300 लोगों ने बर्ड वाचिंग की। रविवार अवकाश होने के कारण भारी संख्या में स्कूली बच्चें और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। वन विभाग की ओर से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
समापन अवसर पर पक्षी विशेषज्ञों ने लोगों को विभिन्न पक्षियों की प्रजातियों को लेकर नई जानकारियां देते हुए अनुभवों को साझा किया। बताया कि फींस वीवर की पूरे विश्व में 11 हजार प्रजातियां है। मुख्यत: चार प्रकार की फींस वीवर होती हैं। पक्षियों में फीमेल की पहचान मुख्य रूप से इनके ब्रिडिंग सीजन में ही हो पाती है। सीजन में फीमेल का रंग गहरा और अत्यधिक सुंदर होता है।
बर्ड वाचिंग के दौरान थानो के हैरीटेज वॉक में 800 पर्यटक पहुंचे। समापन पर प्रमुख वन संरक्षक जयराज, मुख्य वन संरक्षक ईको टूरिज्म जेएस पांडे, अपर वन प्रमुख संरक्षक धनंजय मोहन, संजय सोढ़ी, पीके पात्रो, डीएफओ राजीव धीमान, बीबी मर्तोलिया, वन रेंजर डॉ. उदयनंद गौड़, भुवनचंद, अमिताभ जोशी, मोहन सिंह रावत, रविंद्र कुमार निराला, अरविंद डोभाल, प्रदीप रावत, गमाल सिंह रावत आदि मौजूद रहे।