प्रदेश में 221 नए कोरोना संक्रमित मिले, विभिन्न अस्पतालों में 9 की मौत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । उत्तराखंड में रविवार को 221 कोरोना संक्रमित मिले, जबकि नौ मरीजों की मौत हुई। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 60376 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार रविवार को 6081 सैंपल जांच में निगेटिव पाए गए। देहरादून जिले में सबसे अधिक 89 कोरोना मरीज मिले हैं। हरिद्वार में 30, रुद्रप्रयाग में 22, नैनीताल में 21, पौड़ी में 13, चमोली में 13, उत्तरकाशी में नौ, ऊधमसिंह नगर में आठ, चंपावत में आठ, टिहरी में छह, पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले में एक-एक कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमित नौ मरीजों की जान गई है। इसमें एम्स ऋषिकेश में चार, कैलाश हॉस्पिटल में एक, मेडीसिटी हॉस्पिटल रुद्रपुर में एक, जिला अस्पताल ऊधमसिंह नगर में दो और सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में एक मरीज ने दम तोड़ा है। मरने वालों की संख्या 993 हो गई है। वहीं, 319 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर 54488 मरीज ठीक हो चुके हैं। पहली बार प्रदेश की रिकवरी दर 90 प्रतिशत से अधिक हो गई है। वर्तमान में 4425 सक्रिय मरीजों का उपचार चल रहा है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर बीते एक सप्ताह के नतीजे राहत देने वाले हैं। सात दिन में अब तक की सबसे अधिक सैंपल जांच की गई। इसकी तुलना में संक्रमित मामले घटे हैं। एक सप्ताह में कुल सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण की दर 2.95 प्रतिशत रही है। राज्य में कोरोना संक्रमण काल को 32 सप्ताह यानी 224 दिन बीते गए हैं। इस सप्ताह प्रदेश में सबसे अधिक 85110 सैंपलों की जांच की गई। इसमें 2507 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि इससे पहले के सप्ताह में सैंपल जांच की संख्या 85 हजार से कम रही है और संक्रमित मामले ज्यादा मिले थे।
हालांकि बीते सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह रिकवरी दर कम रही है। 31वें सप्ताह में जहां 4634 मरीज ठीक हुए थे। वहीं, 32 वें सप्ताह में 3349 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। कोरोना संक्रमित मरीजों के मौत का आंकड़ा भी कम हुुआ है। सात दिनों में 60 मरीजों की मौत हुई है।
सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर में एक प्रतिशत की कमी आई है। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 60 हजार से अधिक हो गई है। इसमें 54 हजार से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 4542 सक्रिय मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है।