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Opretion All Out :190 आतंकवादी कश्मीर घाटी में मारे गए इस साल

श्रीनगर :  चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधु ने कहा कि इस वर्ष हमने कश्मीर घाटी में कई सफल अभियान चलाए। आंकड़ों की दृष्टि से अगर देखा जाए तो कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में जनवरी से अब तक कुल 190 आतंकवादी मारे गए हैं। घाटी में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए आतंकवादियों में से 110 विदेशी और 80 स्थानीय आतंकवादी हैं।  वहीं अभी भी लगभग 200 आतंकवादी घाटी में सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि मारे गए विदेशी आतंकवादियों में से 66 को नियत्रंण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश करते समय जवाबी कार्रवाई में मार गिराया गया।

लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधु, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद्य और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के आईजी (ऑपरेशन) जुल्फिकार हसन के साथ रविवार को यहां बादामी बाग छावनी में 15 कोर मुख्यालय में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

आइजी, सीआरपीएफ जुल्फिकार हसन ने कहा कि सेना, पुलिस और सीआरपीएफ समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरे समन्वय से काम कर रही हैं। इसलिए आतंकियों के खिलाफ अभियान कामयाब हो रहे हैं। हम स्थानीय आतंकियों के आत्मसमर्पण और उनकी घर वापसी का प्रयास कर रहे हैं। कई स्थानीय आतंकी मुख्यधारा में शामिल होने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें रास्ता नजर नहीं आ रहा है। वे खुद या उनके दोस्त या परिजन किसी भी समय सीआरपीएफ की हेल्पलाइन मददगार पर संपर्क कर सकते हैं। पुलिस और सेना की हेल्पलाइन की मदद भी ले सकते हैं।

पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने हाजिन (बांडीपोर) मुठभेड़ में जकी उर रहमान लखवी के भतीजे व अब्दुल रहमान मक्की के पुत्र उबैद की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि सभी छह आतंकी पाकिस्तानी ही थे। हम चाहते हैं कि उनके घर वाले उनको आखिरी बार जरूर देखें और यही इंसानियत है। इसलिए हमारा आग्रह है कि वे शव ले जाएं और अपने इलाके में उन्हें दफन करें।

पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां सिर्फ आतंकियों को मार गिराने में सक्रिय नहीं हैं। स्थानीय युवकों को पकड़ने, उनके आत्मसमर्पण को यकीनी बनाने से लेकर नए लड़कों को आतंकी संगठनों में शामिल होने से रोकने के मोर्चे पर काम किया जा रहा है। इस साल हमने 60 लड़कों को आतंकी संगठनों की चंगुल से बचाया 

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