देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि चतुर्थ विधानसभा का प्रथम सत्र 24 से 28 मार्च तक संचालित हुआ। इस दौरान कुल सात विधेयकों पर चर्चा हुई। जबकि कुल 90 अल्पसूचित प्रश्न विधानसभा को प्राप्त हुए। चतुर्थ विधानसभा के प्रथम सत्र में सदन कुल 11 घंटे 35 मिनट तक संचालित हुआ।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुआ विधानसभा सत्र शांतिपूर्ण संचालित हुआ। लेखानुदान बजट सहित, कुल सात विधेयकों पर चर्चा हुई। जिसमें श्री गुरू राम राय विवि विधेयक 2016, क्वांटम विवि विधेयक 2016 संसोधनों के साथ पारित किए गए। उत्तराखंड विनियोग लेखानुदान विधेयक 2017 एवं उत्तराखंड निक्षेपक जमा कर्ता हित संरक्षण विधेयक 2016 भी पारित किए गए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड लोक सेवकों के लिए वार्षिक स्थानांतरण विधेयक 2017 एवं उत्तराखंड लोकायुक्त विधेयक 2017 दोनों ही विधेयक प्रवर समिति को संदर्भित किए गए हैं। जबकि उत्तराख्ंाड सहकारी समिति विधेयक (समिति संसोधन) विधेयक 2017 को पुरस्थापित किया गया। कहा कि इसके अतिरिक्त नियम 300 की कुल प्राप्त तीन सूचनाओं में से कुल 26 सूचनाएं नियम 300 में, नियम 58 प्राप्त सूचनाओं में से 1 सूचनाएं स्वीकृत हुईं। नियम 53 की कुल प्राप्त 16 सूचनाओं में 1 व्यक्तव्य, 1 केवल वक्तव्य तथा 11 सूचनाएं नियम 53 के अंतर्गत ध्यानाकर्षण हेतु स्वीकृत की गई।
विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि चतुर्थ विधानसभा के प्रथम सत्र 2017 हेतु प्रश्नों की वांछित सूचनाओं में कुल 90 अल्पसूचित प्रश्न प्राप्त हुए। तारांकित प्रश्न के रूप में 22, अतारांकित प्रश्न के रूप में 46 प्रश्न स्वीकार हैं। जो कि सदन में प्रस्तुत किए जाने हेतु विचाराधीन हैं। प्राप्त सभी प्रश्नों में से 5 प्रश्न अस्वीकार्य हुए हैं। जबकि स्वीकृति सात अल्पसूचित प्रश्नों में से एक प्रश्न सदन में उत्तरित किया गया तथा अन्य श्रेणी के शेष दस प्रश्न विचाराधीन हैं।
अंत में अग्रवाल ने कहा कि सत्र के दौरान जिस प्रकार पुराने सदस्यों ने अपने अनुभव के आधार पर सत्र को संचालित करने में अपना सहयोग दिया, ठीक उसी प्रकार विधानसभा में नए सदस्यों ने उत्सुकता के साथ विधानसभा की कार्यवाही संचालन में भाग लिया।