चैनल बंद होने के बाद से बैचेन और परेशान है ये शख्स
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। अब तक ब्लैक मेलिंग कर अकूत सम्पति अर्जित करने वाला कथित ब्लैक मैलर से कथित पत्रकार बना शख्स त्रिवेंद्र सरकार में ब्लैक मेलिंग के अपने मंसूबे में विफल रहने के बाद अब अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों को भभकी देने के बाद मुख्यमंत्री को ही कुर्सी से हटवाने की बात सोशल मीडिया पर करने लगा है। चर्चा है कि अब तक के तमाम तीर बेअसर होने के बाद अब विकास कार्य के नाम पर मुख्यमंत्री के पक्ष और विपक्ष में सर्वे की पोस्ट डाल रहा है। जैसे उत्तराखंड का यह सबसे बड़ा ख़ैरख़्वाह हो। बौखलाहट का आलम यह है कि इस सर्वे को सीधे प्रधानमंत्री को भेजकर त्रिवेंद्र को हटवाने की बात कर रहा है।
भौंकाल बनाने का उसका कथित न्यूज चैनल बंद हो चुका है। यह बात यह भी खुद ही साफ हो गयी कि यह चैनल ब्लैक मेलिंग की काली कमाई के दम पर ही चल रहा था। जबकि शुरुआती दौर में इस चैनल से अच्छे पत्रकार भी जुड़े लेकिन जब उन्हें इसका असली धंधा पता चला तो वे भी धीरे-धीरे किनारे होते चले गये, इनमें दिल्ली के अमिताभ अग्निहोत्री,अविकल थपलियाल, स्व. अनूप गैरोला , अतुल बरतरिया और भी न जाने कौन-कौन नाम इसमें शामिल हैं।
वहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जब इस शख्स को अन्य मुख्यमंत्रियों की तरह कोई तरजीह नहीं दी। तो मुख्यमंत्री को दबाव में लेने के लिए और मोटी कमाई की आड़ में इस शख्स ने कई स्टिंग करवाए। लेकिन त्रिवेंद्र रावत ने न तो इसे कोई तरजीह नहीं दी और नहीं इसके किसी प्रस्ताव को ही स्वीकारा उल्टे उन्होंने इसे जेल की सलाखों के पीछे डलवा दिया।
पहले तो यह ब्लैक मेलर शख्स कई दिनों तक सोशल मीडिया में लाइव आकर मुख्यमंत्री के खिलाफ जहर उगलता रहा। इसे लगा कि त्रिवेंद्र घबराकर उसके पास आ जाएंगे। त्रिवेंद्र ने इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया तो तमाम अनर्गल पोस्ट डालकर पहाड़ के भोले लोगों को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन इसी बीच ठीक इसी की तर्ज पर CRPF का एक कमांडो जब इसके पीछे पड़ा तो यह फेसबुक लाइव से भाग गया क्योंकि उनके भी इसके काले चिट्ठे खोले शुरू ही नहीं कर दिए बल्कि इसके काले कारनामों की फहरिस्त दस्तावेजों के साथ देश के गृह मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक को भेज डाले।
वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री की सेहत पर कोई फर्क न पड़ता देख अब ये शख्स बुरी तरह बौखलाया हुआ है। अब सोशल मीडिया के माध्यम से एक सर्वे कराने की बात कर रहा है। इसमें मुख्यमंत्री के कामकाज पर लोगों की राय मांग रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ”निशंक” और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को ब्लैक मेल करने के बाद अब यह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को हटवाने का मंसूबा पाले हुए है। इसी वजह से इस सर्वे में लिख रहा है कि इसका नतीजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। इस शख्स की साफ़ मंशा यही है कि पिछले मुख्यमंत्रियों की तरह यह त्रिवेंद्र सरकार में भी अपने काले धंधों को पनपा सके,लेकिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र हैं की इस ब्लैक मेलर को कोई तवज्जो नहीं दे रहे।