मौसम विभाग का रेड अलर्ट जारी,दो दिन और रहें सावधान !

देहरादून : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा कि केरल के साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत 16 राज्यों में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार है। मछुआरों को मध्य अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है। एनडीएमए ने एक बयान में कहा कि बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में भी भारी बारिश के आसार है।
भारतीय मौसम विभाग के एक बुलेटिन के हवाले से एनडीएमए ने बताया कि उत्तराखंड के दूरदराज के क्षेत्रों में रविवार और सोमवार को भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि पश्चिम मध्य अरब सागर में समुद्रीय स्थितियां खराब से बेहद खराब होने के आसार हैं। मछुआरों को इस क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। उत्तराखंड, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा, अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में मौसम को लेकर एक बार फिर रेड अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के अनुसार आने वाले दो दिन मौसम के लिहाज़ से प्रदेश पर भारी हो सकते हैं। विभाग के अनुसार इस दौरान पर्वतीय इलाकों में बादल फटने की घटनाएं होने की भी आशंका है। मौसम विभाग ने साफ़ साफ़ कहा है कि यदि आप यात्रा पर जाना चाह रहे हों तो फिलहाल को पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा टाल दें। वहीँ अलर्ट को देखते हुए शासन ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी महकमों को सरकार ने सजग रहने को कहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही पुलिस और प्रशासन को भी सतर्क किया गया है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मौसम के लिहाज से रविवार और सोमवार बेहद संवेदनशील हैं। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चमोली, ऊधमसिंह नगर, चम्पावत और नैनीताल में विशेष सावधानी की जरूरत है। इस बीच रविवार को हरिद्वार और देहरादून में तेज बौछारों का दौर शुरू हो गया है।
पहाड़ों की लाइफलाइन माने जानी वाली सड़कों पर मौसम का कहर जारी है। चार धाम मार्गों पर मलबा आने से यातायात में बाधा पड़ रही है तो प्रदेश में 70 से ज्यादा संपर्क मार्गों पर आवाजाही बाधित है। गंगोत्री हाईवे सहित चार धाम यात्रा मार्ग पर भी पर मुश्किलों का दौर थम नहीं पा रहा है।