Martyrdom : पाक दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हुआ उत्तराखंड का एक और लाल

- 50 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में जम्मूकश्मीर में तैनात था शहीद सैनिक
देहरादून : महज 25 साल की उम्र में उत्तराखण्ड का एक और लाल देश के लिए शहीद हो गया । कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में गढ़वाल राइफल के जवान सूरज सिंह तोपाल शहीद हो गए हैं। पुलवामा के सांबूरा इलाके में इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को भी मार गिराया है। सूरज की मौत के बाद फलोटा सहित पूरे कपीरी और ब्लाक में शोक की लहर है। शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह गांव पहुंचेगा।
कोलाडुंग्री ग्राम पंचायत के तहत फलोटा गांव के नारायण सिंह और विमला देवी का इकलौता बेटा गढ़वाल ग्रुप के मेकेनाइज कोर में सेवारत था। शहीद सूरज के चचेरे भाई भगवान कंडवाल और मातवर तोपाल ने बताया कि सूरज वर्ष 2011 में भर्ती हुआ था और दो साल के लिए 50 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में जम्मूकश्मीर में तैनात था। फलोटा गांव के नारायण सिंह और विमला देवी का इकलौता बेटा गढ़वाल ग्रुप के मेकेनाइज कोर में सेवारत था। बृहस्पतिवार शाम करीब आठ बजे सूचना मिली कि सूरज सिंह आतंकियों की गोलाबारी में शहीद हो गया। सूचना से नारायण सिंह, विमला देवी पर तो मानो पहाड़ टूट पड़ा। यही नहीं तकरीब 50 परिवारों वाले फलोटा गांव में सूरज की मौत पर मातम छा गया।
कपीरी पट्टी के कोलाडुंग्री, ग्वाड़, सुखतोली, कनखुल मल्ला और तल्ला सहित आस पास के गांवों और पूरे विकासखंड में सूरज के शहीद होने की खबर से शोक की लहर है। भगवान कंडवाल ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह फलोटा गांव पहुंचेगा। जिसके बाद कर्णप्रयाग के संगम घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद सूरज के चचेरे भाई भगवान कंडवाल और मातवर तोपाल ने बताया कि सूरज वर्ष 2011 में भर्ती हुआ था और दो साल के लिए 50 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में जम्मूकश्मीर में तैनात था।
जानकारी के अनुसार पांपोर के सांबूरा गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने गुरुवार शाम को घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में सूरज सिंह तोपाल उत्तराखण्ड के चमोली जिले के रहने वाले थे। उनका गांव कर्णप्रयाग क्षेत्र में कोलाडूंग्री का फलोट हैं। सूरज चार बहनों के इकलौते भाई थे। सूरज के पिताजी भी पूर्व सैनिक हैं। सूरज की उम्र महज 25 साल थी। देश की सरहदों की हिफाजत के लिए शहीद हुए शहीद सूरज सिंह तोपाल को पूरा उत्तराखण्ड नमन कर रहा है। कुछ समय पहले देहरादून के नरेन्द्र सिंह बिष्ट भी कश्मीर में शहीद हो गए थे।
बृहस्पतिवार शाम को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों की गोलाबारी में ब्लाक के फलोटा गांव सैनिक सूरज शहीद हो गया। सूरज की मौत के बाद फलोटा सहित पूरे कपीरी और ब्लाक में शोक की लहर है। शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह गांव पहुंचेगा।