Uttarakhand

बर्फ और शीतलहर के आगोश में उत्तराखंड, पर्यटकों की बढ़ी आमद

  • धूप खिलने पर पर्यटकों ने जमकर बर्फ का उठाया लुत्फ 
  • बदरीनाथ में तापमान अधिकतम तीन और न्यूनतम माइनस सात 
  • केदारघाटी में तापमान माइनस 6 और न्यूनतम माइनस 7.7 डिग्री 
  • उत्तरकाशी में अधिकतम तापमान 12 व न्यूनतम माइनस 2 डिग्री

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : शनिवार सायं से रविवार दोपहर बाद तक उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके बर्फवारी से लकदक हो गए।  चमोली जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शनिवार को देर रात से शुरू हुई बर्फबारी रविवार को दोपहर बाद ही जाकर रुकी। औली में जमी बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए यहां रविवार को पर्यटक और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। औली में करीब एक फीट तक बर्फ तक जम गई है। रविवार को दोपहर बाद मौसम सामान्य होने और धूप खिलने पर पर्यटकों ने जमकर बर्फ का लुत्फ उठाया। वहीं, जोशीमठ-औली मोटर मार्ग पर कवांड बैंड से औली तक बर्फ जमी होने से छोटे वाहनों की आवाजाही भी मुश्किल से हो पाई। देर शाम मंडल और चोपता में भारी बर्फबारी के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है।

जिले के कई स्थानों पर तीर्थयात्रियों ने वाहनों के रपटने की डर से वाहन में चलने के बजाय पैदल ही आवाजाही की। औली में बर्फबारी होने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बर्फबारी से पर्यटन व्यवसायियों में भी खुशी की लहर है। औली में जीएमवीएन के प्रबंधक किशोर डिमरी का कहना है कि पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। वहीं बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, औली, गौरसों बुग्याल, नंदा घुंघटी, नीती और माणा घाटी में भी जमकर बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई।

रविवार को दोपहर बाद मौसम सामान्य हुआ बावजूद इसके जोशीमठ, पोखरी, घाट, दशोली, नारायणबगड़, थराली, देवाल और गैरसैंण क्षेत्र में ठंड से बचने के लिए लोग घरों में ही दुबके रहे। केदारनाथ धाम में तो रविवार दिनभर बर्फबारी जारी रही। यहां चार फीट से अधिक नई बर्फ जम चुकी है। घने कोहरे के बीच शीतलहर के प्रकोप से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। खराब मौसम के कारण धाम में बीते दो दिन से सभी पुनर्निर्माण कार्य भी रुक गए हैं। दिनभर तापमान माइनस सात के करीब रहा। उधर, बदरीनाथ धाम में डेढ़ फीट और हेमकुंड साहिब में करीब तीन फीट ताजी बर्फ जम गई है।

वहीं बदरीनाथ धाम में तापमान अधिकतम तीन और न्यूनतम माइनस सात है। वहीं यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम समेत समुद्र सतह से ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। यमुनोत्री-गंगोत्री में न्यूनतम माइनस पांच डिग्री सेल्सियस है। शनिवार रात करीब 9 बजे से शुरू हुई बर्फबारी रविवार दिनभर जारी रही। केदारनाथ में मंदिर परिसर से लेकर मंदिर मार्ग, एमआई-26 हेलीपैड और रुद्रा प्वाइंट तक चार फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है।

केदारधाम के आस -पास स्थित गरूड़चट्टी, भैरवनाथ मंदिर क्षेत्र भी बर्फ से लकदक हो गए हैं। लगातार हो रही बर्फबारी के कारण यहां पुनर्निर्माण कार्य ठप पड़े हैं। ठंड के कारण मजदूरों को खासी दिक्कतें हो रही हैं। धाम में मौजूद वुड स्टोन कंपनी के प्रभारी कैप्टन सोबन सिंह बिष्ट ने बताया कि बर्फ को पिघलाकर पीने योग्य पानी उपयोग में लाया जा रहा है।

वहीं केदारघाटी में रविवार दिनभर अधिकतम तापमान माइनस 6 और न्यूनतम माइनस 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ सहित हरियाली डांडा, कालशिला, चौमासी के ऊपरी तरफ जमकर हिमपात हुआ है, जबकि रुद्रप्रयाग सहित निचले इलाकों में सुबह के समय कुछ देर हल्की बारिश हुई। प्रात: 8.30 बजे से यहां मौसम में सुधार होते ही धूप खिल गई। उधर, जिले में यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम समेत डोडीताल, दयारा, हर्षिल एवं हरकीदून घाटी आदि समुद्र सतह से ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाके जनवरी प्रथम सप्ताह में हुई बर्फबारी के बाद से ही बर्फ की आगोश में हैं।

रविवार को उत्तरकाशी जिले के रैथल, बार्सू, अगोड़ा, गीठ पट्टी तथा मोरी प्रखंड के दो हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले सुदूरवर्ती गांवों ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली। रविवार दिन में खिली धूप के साथ मौसम खुशगवार होने पर पर्यटक सुक्की, हर्षिल, चौरंगी आदि स्थानों तक पहुंचे। रविवार को उत्तरकाशी में अधिकतम तापमान 12 व न्यूनतम माइनस 2 डिग्री दर्ज किया गया।

सभी फोटो साभार : तिलक सोनी उत्तरकाशी 

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