UTTARAKHAND

उत्तराखंड के पहले राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला का निधन

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई प्रदेशों के राज्यपाल भी रहे स्वर्गीय बरनाला 

चंडीगढ़। उत्तराखंड के पूर्व तथा पहले राज्यपाल व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला का शनिवार को चंडीगढ़ स्थित पीजीआइ में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। बरनाला कर्नाटक, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश व अंडमार निकोबार द्वीप समूह के राज्यपाल भी रह चुके थे। बरनाला के निधन का समाचार सुनते ही उत्तराखंड सहित पंजाब में शोक की लहर दौड़ गई।

गौरतलब हो कि सुरजीत सिंह बरनाला उत्तराखंड के अस्तित्व में आने के दिन 9 नवम्बर 2000 से सात जनवरी 2003 तक उत्तराखंड के राज्यपाल पद को सुशोभित करते रहे । बरनाला को कुछ दिन पहले कार्डियक (दिल) समस्या के चलते पीजीआइ के कार्डियक आइसीयू में भर्ती कराया गया था। पीजीआइ की प्रवक्ता मंजू वडवालकर ने बताया कि यहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन शनिवार दोपहर उन्हें छाती में समस्या हुई और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद उन्हें पीजीआइ के ही रेस्पेरेटरी आइसीयू में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हार्ट फेल होने से उनकी मौत हुई है।

बरनाला का जन्म 21 अक्टूबर 1925 को हरियाणा के अटेली में हुआ था। बरनाला ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अकाली दल से की। उन्होंने पहली बार 1952 में अकाली दल के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन चार मतों के अंतर से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था।

बरनाला 1969 में पंजाब में शिक्षा मंत्री रहे। इसके बाद वह1977 में लोकसभा के लिए चुने गए। मोरार जी देसाई की सरकार में बरनाला कृषि व जल संसाधन मंत्री बने। अपने कार्यकाल में उन्होंने 1978 में उन्होंने बांग्ला देश के साथ एतिहासिक गंगा वाटर एग्रीमेंट किया था। 29 सितंबर 1985 को बरनाला पंजाब के मुख्यमंत्री बने। वह इस पद पर 11 मई 1987 तक रहे। उस समय वह शिरोमणि अकाली दल (लोगोंवाल) से जुड़े थे। बरनाला उत्तराखंड के अलावा तमिलनाडु, अंडमान निकोबोर, उत्तराखंड व आंध्र प्रदेश का गर्वनर रहे थे।वर्तमान में बरनाला राजनीति में अलग-थलग थे।

devbhoomimedia

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