यूपी में अब योगीराज, केशव मौर्य-दिनेश शर्मा होंगे डिप्टी CM, आज लेंगे शपथ
देहरादून : योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय मोहन सिंह बिष्ट उत्तर प्रदेश के चौथे ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जो मूलरूप से उत्तराखंड से हैं। आदित्यनाथ गढ़वाल के पौड़ी जिले के पंचुर गांव के मूल निवासी हैं। हालांकि लंबे समय से वह गोरखनाथ पीठ से जुड़े होने के कारण गोरखपुर में रह रहे हैं।
यूपी की राजनीति में उत्तराखंड के राजनेताओं का प्रभाव शुरुआती समय से देखने को मिला है। गोविंद बल्लभ पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा ने बतौर मुख्यमंत्री अपनी अच्छे प्रशासक की छाप छोड़ी है। वहीं उत्तराखंड के नारायण दत्त तिवारी ने मुख्यमंत्री के तौर पर तीन बार यूपी का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि ये तीनों मुख्यमंत्री उस समय रहे जब उत्तराखंड यूपी से अलग नहीं हुआ था।
आदित्यनाथ का बचपन उत्तराखंड में बीता है और शिक्षा भी वहीं हुई हैं। आदित्यनाथ ने एक समय छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि महासचिव पद पर उनकी जीत नहीं हुई थी। दरअसल आदित्यनाथ गोरखनाथ धाम के महंत अवैद्यनाथ के भांजे हैं। मामा ने आदित्यनाथ को धर्म की राह से जोड़ा है। महंत अवैद्यनाथ भी कांडीगांव से ताल्लुक रखते थे।
बताते हैं कि अवैद्यनाथ ने आदित्यनाथ को उनके माता-पिता से गोद ले लिया और अपने साथ गोरखपुर ले गए। महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद आदित्यनाथ को महंत की गद्दी मिली। महंत अवैद्यनाथ की तरह ही आदित्यनाथ भी धर्मगुरु की छवि के साथ राजनीति से भी जुड़ गए।
वहीँ लखनऊ स्थित लोकभवन में भाजपा विधायक दल की बैठक में यूपी के नए मुख्यमंत्री पर फैसले की जानकारी देते हुए वैंकेया नायूड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बुलाया गया। इसके बाद सुरेश खन्ना, स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 11 लोगों ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा।
उन्होंने बताया कि योगी के नाम पर सभी ने सहमति दी। वैंकेया ने सीएम के लिए योगी आदित्यनाथ के नाम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि योगी ने कहा कि यूपी बहुत बड़ा है इसलिए दो सीनियर साथियों की जरूरत होगी। इस प्रस्तावना के बारे में अमित शाह जी से बात हुई इसके बाद पार्टी ने तय किया कि योगी को सहयोग देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य और दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम नियुक्त करने की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया रविवार को लखनऊ के स्मृति भवन में मुख्यमंत्री और मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी शिरकत करेंगे।
दोपहर तक सीएम के लिए मनोज सिन्हा का नाम लगभग तय माना जा रहा था लेकिन इसी बीच योगी आदित्यनाथ के नाम पर भी चर्चा तेज हो गई। वैंकेया नायडू के साथ वीवीआईपी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 111 में केशव मौर्य और आदित्यनाथ की मीटिंग हुई। इसी बीच लखनऊ पहुंचे आदित्यनाथ ने मीडिया से कहा, हम पार्टी के सिपाही हैं, पार्टी हमें जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाएंगे।
दरअसल सांसद होने के बाद भी योगी को विशेष विमान से लखनऊ बुलाया गया इसी के बाद उनका नाम सुर्खियों में आ गया। बता दें कि भाजपा कार्यालय के बाहर शनिवार सुबह महंत आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य के समर्थकों ने अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नारेबाजी भी की थी। वहीं, विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भाजपा नेता व आदित्यनाथ राज्यपाल राम नाईक के पास सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर गए थे। जिस पर राज्यपाल ने सहमति दे दी।