सुझाव : 65 साल से अधिक उम्र वाले लोग न आएं कुम्भ स्नान के लिए
कोरोना से बचाव के नियमों का किया जाएगा कड़ाई से पालन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : महाकुम्भ 2021 के लिए गाइडलाइन्स यानि SOP (Standard operating procedure) जारी हो गयी है। इसके तहत कुंभ मेले के दौरान स्नान ध्यान के लिए अधिकतम 20 मिनट का समय ही मिल पाएगा। श्रद्धालुओं के लिए इस Standard operating procedure के पालन करने के लिए कुंभ मेला प्रशासन को पर्याप्त संख्या में घाटों पर कर्मचारी तैनात रखने होंगे। इतना ही नहीं Standard operating procedure में कहा गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कुम्भ मेला प्रशासन को गंगा घाटों पर तैराक भी तैनात रखने होंगे।
कुंभ मेला की जारी इस Standard operating procedure (एसओपी) में घाटों पर स्नान की व्यवस्था स्पष्ट की गई है। प्रत्येक यात्री पर नज़र रखने के लिए पर्याप्त कर्मचारी रखने होंगे ताकि 20 मिनट के तुरंत बाद तीर्थयात्रियों की निकासी संभव हो सके और तीर्थयात्रियों का अगला समूह समय पर स्नान कर सके। Standard operating procedure में कहा गया है कि कुंभ मेले के दौरान स्नान घाटों पर किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने को मौके पर तैराक, गोताखोर तैनात रखे जायेंगे।
Standard operating procedure में कहा गया है कि कुम्भ मेले के दौरान होने वाले पवित्र स्नानों के दौरान घाटों पर सुरक्षा और सामाजिक दूरी के मानक का पालन करना होगा। इसके साथ मौके पर ट्रेंड स्वयं सेवक, पुलिस बल और कर्मचारियों की टीमें तैनात रहेंगी। मेला प्रशासन की ओर से जिला प्रशासन के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कुंभ मेले के दौरान पवित्र स्नान को स्नान घाटों पर गतिविधियों को प्रबंधन तंत्र विकसित किया जाए। इसके उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 महामारी रोग अधिनियम 1897 और आईपीसी की सुसंगत धाराओं में कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
65 साल से अधिक उम्र वाले स्नान करने न आएं
-एसओपी में 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों, गर्भवती महिलाओं, दस वर्ष से छोटे बच्चों को स्नान, घाट क्षेत्र में प्रवेश को हतोत्साहित किया जाएगा।
-सामूहिक भजन, भंडारे पर प्रतिबंध।
-कुंभ मेले के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन, गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
कोरोना से बचाव के नियमों का कड़ाई से होगा पालन
-मास्क, दस्ताने के निस्तारण को स्नान घाट पर डस्टबिन रखे जाएंगे। सख्ती के साथ डस्टबिन का इस्तेमाल सुनिश्चित कराना होगा।
-बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था करनी होगी।
-पुलिस, एसडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियों को स्नान घाट में संचार तंत्र स्थापित करना होगा। जिसके जरिए घाटों पर तैनात तैराकों के बीच समन्वय बनाया जा सके।
-घाट पर सभी कर्मचारी पीपीई किट से लैस होंगे। सभी सुरक्षा उपायों का पालन करेंगे।
स्नान के दिन केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुलेंगी
इन नियमों का अनिवार्य रूप से करना होगा पालन:
– दुकान-प्रतिष्ठान में आने वाले हर व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग होगी, मास्क अनिवार्य होगा, सेनेटाईजेशन की सुविधा रखनी होगी।
– दुकान में कोविड़ 19 की रोकथाम से जुड़ी जानकारियां, गाइडलाइन, कंट्रोल रूम नंबर और नजदीकी कोविड़ 19 उपचार केंद्र के नंबर की जानकारी से जुड़े पोस्टर-नोटिस बोर्ड लगाने होंगे।
– व्यापारी उनके प्रतिष्ठान में आने वाले तीर्थयात्रियों को आरोग्य सेतू एप डाउन लोड करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
– संदिग्ध कोविड रोगियों के परिवहन के लिए मेला स्वास्थ्य दल के सहयोग से एंबुलेस की व्यवस्था भी करनी होगी
वाहन पार्किग के लिए कुम्भ मेला क्षेत्र में स्थान किए जाएंगे नियत :
– अलग अलग दिशाओं से आने वाले वाहनों के लिए अलग अलग पार्किंग स्थल बनेंगे मेलाधिकारी, आईजी, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन सभी पार्किंग स्थल का विवरण साझा करेंगे।
– पार्किंग स्थल पर आग से बचाव के पर्याप्त प्रबंधन करने होंगे।
– पार्किंग स्थल के पास भोजन पकाना प्रतिबंधित।
– पार्किंग स्थल के पास ड्राइवर-कंडक्टर और यात्रियों की कोविड जांच की व्यवस्था।
– बिना रजिस्ट्रेशन कराए और बिना प्रवेश पास के आए वाहनों-यात्रियों को पवित्र स्नान और अन्य धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध।
– पार्किंग स्थल में वाहन चालकों के लिए पर्याप्त शौचालय, पेयजल, सेनेटाइजर की व्यवस्था।
Please read here for detailed information: Kumbh Mela Approved SOP with Letter