देवभूमि मीडिया ब्यूरो। साहब की बीबी का चेकअप ठीक से नहीं होने पर तुरंत देहरादून से अल्मोड़ा ट्रांसफर की गई महिला चिकित्सक डॉ निधि उनियाल के इस्तीफे का मसला स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज पांडेय के गले की हड्डी बन गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनसिंह रावत ने एक बातचीत में कहा कि गुरुवार की देर रात यह मामला उनके संज्ञान में आया है। आज इस मुद्दे पर बैठक बुलाई गई है। और इस प्रकरण का तत्काल हल निकाला जाएगा। कोई कितना ही बड़ा अफसर हो यदि गलती पाई गई तो बख्शा नही जाएगा।
एन एच 74 घोटाले से चर्चा में आये डॉ पंकज पांडेय की पत्नी के चेकअप के लिए दून मेडिकल कालेज में तैनात डॉ निधि उनियाल सचिव पांडेय के निवास पर गयी। गुरुवार 31 मार्च डॉ निधि उनियाल के साथ दो स्टाफ मेंबर भी थी। स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर ही डॉ उनियाल ओपीडी में मरीजों को छोड़ तुरंत उनके आवास पर गई।
इसी दौरान डॉ निधि उनियाल बीपी नापने की मशीन कार में ही भूल गयी। बस इसी बात से स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडेय की पत्नी ने डॉ निधि उनियाल से अभद्रता कर दी। सचिव के निवास से वापस आने के बाद डॉ उनियाल को ऊपर से मिले निर्देशों के अनुसार माफी मांगने को कहा गया। लेकिन डॉ उनियाल ने माफी मांगने से मना कर दिया।
नतीजतन, गुरुवार की शाम ही डॉ उनियाल को अल्मोड़ा के लिए ट्रांस्फर कर तुरंत रिलीव भी कर दिया। इस फैसले के विरोध में डॉ निधि उनियाल ने अपना इस्तीफा दे विरोध जताया। सचिव, स्वास्थ्य पंकज पांडेय को भेजे इस्तीफे में डॉ निधि उनियाल ने पूरे मामले का विस्तार से जिक्र किया है। इस्तीफे की कॉपी मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भी भेजी गई है।
अपने इस्तीफे में उन्होंने उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडेय की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाया है। उनके आरोप के मुताबिक स्वास्थ्य सचिव की पत्नी ने उन्हें अपने घर बुलाकर उनके साथ बदतमीजी की।
डॉ. निधि उनियाल राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वरिष्ठ फिजिशियन एवं एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनका आरोप है कि गुरुवार को वह अस्पताल में अपनी ओपीडी में मरीजों को देख रही थीं। इस बीच अस्पताल प्रशासन ने उन्हें स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज पांडेय की पत्नी की तबियत देखने के लिए उनके घर जाने के लिए कहा।
उनका कहना है कि मरीजों की भीड़ देखते हुए एक बार उन्होंने असमर्थता भी जताई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वहां जाना जरूरी है।इसके बाद डॉ. निधि अपने दो मेडिकल स्टाफ के साथ उनके घर पहुंची। उनके मुताबिक सचिव की पत्नी की जांच करने के बाद डॉक्टर ने जरूरी परामर्श दिया।
डॉ.निधि के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सचिव की पत्नी से माफी मांगने के लिए कहा। डॉ.निधि ने कहा उनकी कोई गलती नहीं है तो वह क्यों माफी मांगे. इसके बाद डॉ. निधि मेडिकल कॉलेज में क्लास में पढ़ाने चली गई। इस्तीफे में डॉ. निधि उनियाल ने कहा वह एक क्वालीफाइड डॉक्टर हैं। वे देश के कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में रह चुकी हैं।
कहा कि सरकारी अस्पताल में मरीजों को छोड़कर किसी के घर पर जाकर देखना उनका कार्य नहीं है। इसके बावजूद वह अस्पताल प्रशासन के कहने पर सचिव की पत्नी को देखने उनके घर गई। डॉ. निधि ने आरोप लगाया कि वहां उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया, जिसका विरोध करने पर उनका तबादला किया गया है।