सरकारी मशीनरी पर सरकार का तंज!
वित्त विभाग तो बिना फाइल लौटाए, फाइल बढ़ाता ही नहीं
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड सरकार में अधिकारियों की कार्यशैली ठीक भेड़ चाल जैसी है। वित्त विभाग में तो अधिकारी इस कदर ढीढ हैं कि किसी फाइल को रोके बिना मानते ही नही। जी हां कुछ ऐसा ही मानना है सरकार के मुखिया और यहां बैठे बड़े अधिकारियों का।
दरअसल मामला ऊर्जा विभाग का है जहां नियामक आयोग के अध्यक्ष सुभाष कुमार वित्त विभाग की तुलना भेड़ों के समूह से कर रहे हैं। ऐसी भेड़ें जो अपनी पहली भेड़ के अनुसार ही कदमताल कर आगे बढ़ती है।
सुभाष कुमार उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव रह चुके हैं और कई दूसरे अहम पदों पर भी रहे हैं। सुभाष कुमार ने कहा कि गांव में जैसे पहली भेड़ के आगे डंडा रखने पर वो उसे फांद कर चली जाती है और डंडा हटाने पर भी बाकी भेड़ें वैसे ही कूदती रहती है। वही हाल वित्त विभाग का भी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने भी इस बात का समर्थन कर यहां तक कह दिया कि वित्त विभाग तो एक बार बिना फाइल लौटाए फाइल बढ़ाता ही नही हालाकिं उन्होंने कुछ समस्याएं होने की बात कहकर मामले को संभालने की भी कोशिश की।
बहरहाल ये तो सही है कि वित्त की आपत्तियां अक्सर कई कामों पर भारी पड़ जाती है लेकिन ये बात भी ठीक है कि राज्य की वित्तीय स्थिति कई बार विकास कार्यों में विभाग के हाथ रोक लेती है।