‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास संपन्न हुआ।
लखनऊ : आज राजधानी लखनऊ में यशस्वी केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री आदरणीय श्री अमित शाह जी के कर-कमलों से ₹207 करोड़ की लागत वाले ‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास संपन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, गृहमंत्री के हाथों आज उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास हुआ है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, माफियाओं का कब्जा था। प्रदेश में 4 वर्षों के अंदर जो परिवर्तन हुआ है, वो गृहमंत्री की वजह से ही है।
प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वो किसी से छिपा नहीं है। उत्तर प्रदेश पुलिस अब नए सिरे से काम करती दिखाई दे रही है। प्रदेश में पेशेवर माफियाओं और गैंगेस्टरों से 1584 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। आज माफियाओं में डर का माहौल है। महिलाएं सुरक्षित हैं, नागरिक सुरक्षित हैं।
अपराध को रोकने और अपराधियों को सजा देने हेतु आधुनिक तकनीक का उपयोग तथा उच्च कोटि के प्रशिक्षित वैज्ञानिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए UP Police अब नए सिरे से कार्य कर रही है।
उसी क्रम में आज ‘उ.प्र. स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ संस्थान का शिलान्यास हुआ है।
पिछली सरकारों की शह पर जो पेशेवर माफिया कानून को ठेंगा दिखाने का कार्य करते थे, आज उनमें कानून का भय व्याप्त है। राज्य में अब आम नागरिकों एवं बहन-बेटियों हेतु भयमुक्त वातावरण है।
आदरणीय गृहमंत्री जी ने अपराध की बदलती हुई प्रवृत्ति के दृष्टिगत ‘इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ के गठन का सुझाव दिया था। आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी व गृहमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से Government of UP इस नए इंस्टीट्यूट के गठन हेतु पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ी है।
50 एकड़ में बन रहा यूपी फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट
प्रदेश सरकार का आपराधिक मामलों के जल्द निस्तारण के लिए सरोजनीनगर में 50 एकड़ की भूमि में यूपी स्टेट फॅारेंसिक साइंस इंस्टीट्यूट का निर्माण करा रही है। जो डीएनए के क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाला या सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अपने आप में देश में अनूठा संस्थान होगा। यह संस्थान प्रदेश के युवाओं को शिक्षा व रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराएगा। इस संस्थान में विज्ञान व आईटी वर्ग के छात्र विभिन्न विषयों में कोर्स कर सकेंगे। जहां पर विशेषज्ञों द्वारा उनको फारेंसिक साइंस, डीएनएन आदि के बारे में पढ़ाएंगे। 50 एकड़ में बनने वाले यूपी स्टेट फॉरेंसिक साइंस इंस्टीट्यूट सबसे खास बात यह है कि यहां पर गुजरात के गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय न्यायालय विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डीएनए की स्थापना की जाएगी। डीएनए के क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाला यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अपने आप में देश का सबसे अनूठा संस्थान होगा ।
आज लखनऊ में ‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ के शिलान्यास के अवसर पर पौधारोपण किया।
आज लखनऊ में ‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास किया।
यह संस्थान फॉरेंसिक क्षेत्र में प्रशिक्षित मानव बल तैयार कर प्रदेश में पुलिस व न्याय प्रणाली के आधुनिकीकरण में अग्रणीय भूमिका निभाएगा।
इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को बधाई देता हूँ।
कोरोना प्रबंधन व वैक्सीनेशन में यूपी अव्वल
अमित शाह ने कहा कि यूपी में अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के मन में योगी सरकार का भय है। अपराधी यह तो उत्तर प्रदेश छोड़ चुके हैं या फिर जेल की सलाखों के पीछे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। कोरोना काल के दौरान बेहतरीन प्रबंधन हो या फिर रोजगार सबमें यूपी अव्वल रहा है। वैक्सीनेशन में यूपी पूरे देश में सबसे आगे हैं। भारतीय जनता पार्टी देश के विकास के लिए काम करती है। हमने कहा था कि शासन एक जाति के लिए नहीं बल्कि सबके लिए होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो गांधीनगर में राष्ट्रीय फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जातियों और परिवार के आधार पर नहीं चलती हैं।
यूपी में आज महिलाएं व जनता सुरक्षित है
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को दंगों का प्रदेश माना जाता था। चारों तरफ माफियाओं का राज था। चार सालों में माफियाओं पर नकेल कसी गई। पुलिसिंग को बेहतर किया गया। चार सालों में पेशेवर माफियाओं और गैंगस्टरों की 1584 करोड़ रुपए की सम्पत्ति को जब्त किया गया। आज यूपी में महिलाएं व जनता आज अपने को सुराक्षित महसूस कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है वो किसी से छिपा नहीं है। यूपी के इस परिवर्तन में सबसे अहम रोल गृहमंत्री अमित शाह का है।