UTTARAKHAND

जयंती पर याद किए गए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी  

स्व. राजीव गांधी ने भारत को 21वीं सदी में ले जाने का जो सपना देखा था वह हो रहा है साकार प्रीतम 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आधुनिक भारत के निर्माता, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्म दिवस पर आज प्रदेशभर में जिला, ब्लाक एवं नगर मुख्यालयों पर स्व0 राजीव गांधी का जन्म दिन मनाया गया।
कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन 21, राजपुर रोड़, देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा एवं स्व. राजीव गांधी जी के राष्ट्र निर्माण में योगदान, युवाओं के लिए उनकी दृष्टि, पंचायतीराज की मजबूती, संविधान के 73वें एवं 74वें सशोधन, सूचना-प्रौद्योगिकी क्षेत्र में क्रान्ति व उत्तर पूर्वी प्रान्तों में शान्ति के लिए किये गये प्रयास विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में स्व. राजीव गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करते हुए राजीव गांधी अमर रहे, जबतक सूरज चांद रहेगा राजीव तेरा नाम रहेगा आदि नारे लगाकर अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरान्त प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने तहसील चैक स्थित राजीव गांधी काम्प्लेक्स में राजीव जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।  
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने भारत को 21वीं सदी में ले जाने का जो सपना देखा था वह साकार हो गया है। स्व0 राजीव जी को आधुनिक भारत का निर्माता बताते हुए उन्होंने कहा कि पंचायतीराज से जुड़ी संस्थाओं की मजबूती के लिए स्व. राजीव गांधी जी ने देश में पंचायतीराज व्यवस्था को सशक्त किया। जिससे सत्ता के विकेंद्रीकरण और पंचायती राज व्यवस्था को सबलता मिली तथा पंचात स्तर तक लोकतंत्र पहुंचा। उनके कार्यकाल में पंचायतीराज व्यवस्था का पूरा प्रस्ताव तैयार हुआ जिसे 1992 में 73वें और 74वें संविधान संशोधन के जरिए लागू किया गया।
स्व0 श्री राजीव गांधी जी के प्रधानमंत्रित्व काल में कांग्रेस सरकार की ओर से तैयार 64 वें संविधान संशोधन विधेयक के आधार पर 73वां संविधान संशोधन विधेयक पारित कराया. 24 अप्रैल 1993 से पूरे देश में पंचायती राज व्यवस्था लागू हुई. जिससे सभी राज्यों को पंचायतों के चुनाव कराने को मजबूर होना पड़ा. पंचायतीराज व्यवस्था का मकसद सत्ता का विकेंद्रीकरण रहा।
प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने अपने संबोधन में स्व0 राजीव गांधी को भारत में सूचना क्रान्ति का जनक बताते हुए कहा कि उन्होंने देश को शक्तिशाली व सम्पन्न राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा करते हुए भारत की एकता व अखण्डता के लिए अपने प्राणों का बलिदान तक कर दिया। स्व. राजीव गांधी जी ने संविधान में संषोधन कर पंचायतों को अधिकार सम्पन्न बनाने व युवाओं को मतदान का अधिकार देकर देश की मुख्य धारा से जोड़ने तथा भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने की पहल की थी। भारत को आर्थिक महाशक्ति व सूचना क्रान्ति में अग्रणी देश बनाने की बुनियाद भी राजीव गांधी ने डाली थी। पड़ोसी देषों से मधुर सम्बन्ध बनाने की पहल स्व0 राजीव गांधी जी द्वारा की गई थी। .
इस अवसर पर पूर्व मंत्री शूरवीर सिह सजवाण, प्रदेश उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, प्रदेश महामंत्री राजपाल खरोला, गोदावरी थापली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द  शर्मा, विषेश आमंत्रित सदस्य सुभाश चाौधरी, गरिमा दसौनी, राजेश चमोली, प्रदेश सचिव कविन्द्र इष्टवाल, शांति रावत, डाॅ0 प्रतिमा सिंह, संदीप चमोली, सविता सोनकर, नीनू सहगल, मदन मोहन शर्मा, मंजुला तोमर, सूरत सिंह नेगी, नागेश रतूड़ी, सीताराम नौटियाल, नवीन पयाल, राजेष पाण्डेय, मंजू त्रिपाठी, कमरखान, विकास नेगी, सुनित सिंह राठौर सुधीर सुनेहरा, शोभाराम, सावित्री थापा, मदन कोहली, मोहन काला, महेश जोशी, भरत शर्मा, ललित भद्री, विनीत भट्ट, राॅबिन त्यागी, विशाल मौर्य, भूपेन्द्र नेगी, अजय रावत, विजय रतूड़ी मोन्टी, राहुल प्रताप राणा, कार्तिक चांदना, अनिल नेगी, सुलेमान अली, अनुराधा तिवारी, मंजू चैधरी, सशाीला देसाई, राॅबिन पंवार आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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