बसपा प्रत्याशी भू-माफिया का नाम आया चर्चाओं में….
देहरादून : एक महिला के पति की मृत्यु के अभी 24 घंटे भी नहीं बीते और न ही अभी तक महिला के पति का दाह संस्कार ही हो पाया है कि कुछ भू-माफियाओं ने महिला के पति की संपत्ति पर कब्जे के प्रयास शुरू कर दिए हैं, वहीँ महिला के पति की पूर्व में परित्यक्ता पत्नी और भू -माफियाओं की मिलीभगत के चलते मामले को इतना विवादित बना दिया गया कि मृत व्यक्ति का दाह संस्कार भी नहीं हो पाया है,और पुलिस भी मामले में माफियाओं के हाथ की कठपुतली बन कर उनका ही साथ दे रही है।
मामला जॉली ग्रांट निवासी टेक चंद चौहान की दूसरी पत्नी संगीता चौहान से जुड़ा हुआ है। संगीता चौहान ने देहरादून के जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र लिखकर मांग की है कि बीते दिन प्रातः लगभग 6 बजे उसके पति टेक चंद चौहान का लीवर फेल हो जाने के कारण देहांत हो गया था। उन्होने बताया कि इससे पहले उन्हें तबियत ख़राब होने के चलते कैलाश अस्पताल में 20 अगस्त को भर्ती कराया गया था। उन्होंने जिलाधिकारी को दिए पत्र में कहा है कि उनके पति की मृत्यु के बाद उनकी पूर्व पत्नी ने कुछ भू-माफियाओं जिनमें मनोज शर्मा आदि ने मृत्यु के बाद घर में घुसकर मुझे ब्लैक मेल करने की कोशिश की और कहा कि सारी संपत्ति में से आधी हमको दे दो अन्यथा हम इस संपत्ति को विवादित बना देंगे।और तेरे बच्चों की हत्या करवा देंगे। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि जब मैंने इनके द्वारा ब्लैकमेल होने से साफ़ मन कर दिया तो इन्होने डोईवाला थाने में मेरे खिलाफ झूठी और मनगढ़ंत रिपोर्ट लिखवा दी।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि भू-माफियाओं की झूठी रिपोर्ट पर चौकी इंचार्ज मनुष रावत ने भू-माफियाओं के प्रभाव में आकर मेरे घर में ही मुझे धमकाने की कोशिश कोशिश की और मेरे पति का शव जॉली ग्रांट अस्पताल में रखवाकर शव मुझे देने से मना करवा दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने मुझे यहाँ तक कहा कि तुम मृतक टेक चन्द की पत्नी नहीं हो और हम मृतक की बॉडी उसकी पत्नी को ही देंगे। और यदि ज्यादा हंगामा किया तो तुमको और तुम्हारे बच्चों को जेल भेज देंगे।
संगीता चौहान ने पत्र में कहा कि मेरे द्वारा पुलिस को मेरे पति और उनकी पूर्व पत्नी के बीच हुए तलाक के कागज़ और पंजीकृत वसीयत जाब दिखाई गयी तो उन्होंने उसे मानने से साफ़ मना कर दिया। उन्होंने पत्र में कहा है कि मृतक की अंतिम इच्छा थी कि उनके मृत्यु की बाद उनका दाह संस्कार उनके दत्तक पुत्र अभिषेक द्वारा ही किया जाए।