प्रदेश में रोजगार मेलों को प्रभावी बनाते हुए धरातल पर लाया जायेगा : डॉ रावत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : डाॅ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में रोजगार मेलों को अधिक प्रभावी बनाते हुए धरातल पर लाया जायेगा, केवल खाना-पूर्ति के लिए रोजगार मेला नहीं लगेगा। उन्होंने कहा पिछले वर्षों रोजगार मेला के माध्यम से जिन लोगों को नियोजित किया गया है उनकी मानिटरिंग की जायेगी। वहीं रोजगार के लिए उपलब्ध धन का शत-प्रतिशत उपयोग किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने राज्य में रोजगार परक माहौल तैयार करने पर बल दिया।
यह बात शुक्रवार को प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस, अपशिष्ट निवारण, श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक कही।
डॉ. रावत ने तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में वर्तमान में स्वीकृत 176 आईटीआई में से 148 संस्थान संचालित हैं जिनमें लगभग 14500 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इनमें 65 पद प्राचार्य के हैं, शेष पदों पर फोरमैन प्राचार्य का कार्य देख रहे हैं।
उन्होंने कहा लोक सेवा आयोग द्वारा स्वीकृत 32 पदों में से 16 पद रिक्त हैं, जिसके लिए अधियाचन भेजा जा रहा है तथा स्वीकृत 33 पदोन्नति के पद के सापेक्ष खाली 20 पद शीघ्र डीपीसी की जाने वाली है। उन्होंने कहा प्रयास यह किया जायेगा की प्रत्येक आईटीआई में प्राचार्य का पद उपलब्ध हो। वहीं इस वर्ष 10 हजार छात्रों को आईटीआई में प्रवेश का लक्ष्य दिया जायेगा।
उन्होंने कहा आईटीआई को और अधिक उपकरणों और संसाधनों से सुसज्जित किया जायेगा तथा उपकरणों से युक्त हर संस्थान को लैब दिया जायेगा। इसके अतरिक्त अनुदेशकों को ट्रेनिंग दिये जाने पर भी बल दिया गया। उन्होंने बताया कि यदि किसी स्थान पर आईटीआई संचालित नहीं हो रहा है, तो आस-पास के खाली सरकारी भवन में आईटीआई को संचालित किया जायेगा। यह भी कहा गया कि जिला योजना में, भवन निर्माण के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित किया जायेगा।
उन्होंने कहा बैठक में अधिकारियों को निर्देश किया गया है कि निदेशालय स्तर के अधिकारी समय-समय पर आईटीआई का समयबद्ध एवं आकस्मिक निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। यह भी कहा गया कि अनुदेशक अपने क्षेत्र के हाईस्कूल-इण्टर काॅलेज में विजिट करेंगे तथा आईटीआई ट्रेड तथा रोजगार के विषय में जानकारी देंगे।
इस अवसर पर सचिव रंजीत सिन्हा, अपर सचिव इकबाल अहमद, निदेशक सेवा योजन जीवन सिंह नगन्याल एव उप निदेशक चन्द्रकान्ता इत्यादि अधिकारी मौजूद थे।