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सूबे में अब नेशनल पदक विजेताओं को सैफ गेम्स के समान मिलेगा पुरस्कार

खेल संस्कृति विकास की जागरुकता कार्यक्रम के तहत जनजागरुकता अभियान चलाने का भी प्रस्ताव

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

राज्य में पहली बार बढ़ाई गई  पुरस्कार राशि  

राज्य में पहली बार पुरस्कार राशि बढ़ाई गयी है यानि अब स्वर्ण पर 5, रजत पर 3, कांस्य पर 2 लाख रुपये मिलेंगे। वर्तमान में यह राशि एक लाख रुपये, 75 हजार और 50 हजार रुपये है। जबकि यूथ कॉमनेवल्थ गेम्स, यूथ एशियन गेम्स के पदक विजेतओं को स्वर्ण पर 3, रजत पर 2 और कांस्य पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। जबकि पैरा ओलंपिक या स्पेशल ओलंपिक के विजेताओं को स्वर्ण पर 2, रजत पर 1 लाख और कांस्य पर 50 हजार रुपये मिलेंगे। हालांकि अब सैफ गेम्स और यूथ ओलंपिक गेम्स में प्रतिभाग करने पर पुरस्कार नहीं मिल पाएगा। राष्ट्रीय खिलाडियों को प्रतियोगिताओं में जाने के लिए रोडवेज में मुफ्त सफर की सुविधा मिलेगी।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मेडल प्राप्त खिलाडियों के नौकरी के खुले रास्ते 
खेल नीति 2020 में खिलाड़ियों के लिए सरकार ने नौकरी के रास्ते खोल दिए हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मेडल प्राप्त खिलाडियों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। यह नियुक्ति अधिसंख्य पद पर होगी। यानि खिलाड़ी को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष पद सृजित होगा, जोकि उसके रिटायरमेंट के साथ ही समाप्त हो जाएगा। खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में कोटा तय करने के साथ ही प्रतियोगिता के दौरान बीमा कराने का भी प्रस्ताप खेल नीति 2020 में रखा गया है। वहीं छोटे खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति भी शुरू करने की योजना है। जबकि तीन खेल प्रतियोगिताओं के पुरस्कार भी बढ़ाए गए हैं।
देहरादून : नेशनल गेम्स के पदक विजेताओं को अब सैफ गेम्स के बराबर पुरस्कार राशि मिलेगी। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी। सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार शराब पर आधा प्रतिशत सेस बढ़ाने जा रही है।
सोमवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य की प्रस्तावित खेल नीति की समीक्षा की। सीएम ने खेल नीति पर आम लोगों से भी सुझाव लेने के निर्देश दिए हैं।
10 अक्तूबर तक प्रदेश का कोई भी व्यक्ति खेल नीति पर सुझाव दे सकता है। प्रदेश की खेल नीति 2020 का ड्राफ्ट पूरी तरह तैयार हो गया है।
इसमें खेलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें कोर खेल विधा में ओलंपिक, एशियन खेल, कॉमनवेल्थ गेम्स में खेली जाने वाले सभी खेल या भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त खेल शामिल हैं।
दूसरी श्रेणी में शामिल गैर कोर खेल विधा में भारत सरकार के खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त खेल(भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त को छोड़कर) शामिल हैं।
तीसरी श्रेणी में परंपरागत खेल हैं। इसके साथ ही खेल संस्कृति विकास की जागरुकता कार्यक्रम के तहत जनजागरुकता अभियान चलाने का भी प्रस्ताव है। खेल के साथ योग भी शामिल किया गया है।
इसके लिए स्कूलों में योग को शिक्षा कार्यक्रम के साथ जोड़ने की कोशिश है। वहीं बच्चों को बचपन से ही खेल के प्रति जोड़ने और उनकी योग्यता के अनुसार खेलों का चयन करने के लिए प्रतिभा श्रृंखला विकास कार्यक्रम चलाया जाएगा।  

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