UTTARAKASHI
मासूम के गुनाहगार नहीं बख्शे जाएंगे : आईजी

- किसी बेगुनाह को फंसाकर नहीं लूटनी वाहवाही : संजय गुंजियाल
देवभूमि मीडिया ब्यूरो

उत्तरकाशी। पहाड़ी जिले उत्तरकाशी की डुंडा तहसील के भखड़ा गांव में एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप करने के बाद उसकी लाश को पुल में फेंककर दरिंदे फरार हो गए थे। इस घटना ने उत्तरकाशी जिले सहित पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। इस घटना ने प्रदेश सरकार को भी कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया। ऐसी विकट परिस्थिति में सरकार ने एक बार फिर अपने संकटमोचक आईजी एसडीआरएफ संजय कुमार गुंज्याल को डैमेज कंट्रोल के लिए आगे कर दिया। वहीँ देहरादून में भी आज आरोपियों को पकड़ने और सख्त से सख्त सजा देने की मांग को लेकर लोगों ने गांधी पार्क पर प्रदर्शन किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आज आईजी एसडीआरएफ उत्तरकाशी पंहुचे और वहां जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर और विश्वास दिलाया कि मासूम बच्ची के गुनाहगारों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। आईजी ने यह साफ कहा कि उनका दायित्व गुनाहगार को सख्त से सख्त सजा दिलाना है न कि किसी बेगुनाह को पकड़कर वाहवाही लूटना। आईजी ने घंटों जनप्रतिनिधियों को पुलिस का कर्तव्य बताया और गुनाहगारों को सख्त सजा दिलाने का विश्वास दिलवाया तो उसके बाद सुलग रहा पहाड़ शांत होता दिखाई दिया और बच्ची का अंतिम संस्कार करने को भी परिवार तैयार हुआ।
रविवार को आईजी एसडीआरएफ संजय कुमार गुंज्याल उत्तरकाशी पंहुचे और उन्होंने मासूम बच्ची के साथ हुए हादसे के विषय में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान संजय गुंज्याल ने अवगत कराया कि यह पहाड़ ही है जहां अभी भी इतना भाईचारा है कि लोग व रिश्तेदार पीड़ितों के पास आकर संवेदनाएं प्रकट करते है। ऐसी चीजें मैदान व मैट्रो शहरों में खत्म हो रही है वहां ऐसा देखने को नहीं मिलता। उन्होनें कहा कि ‘मैं भी इसी पहाड़ से हूं और पहाड़ की संवेदनाओं व पीड़ा को समझते हूं, मैं कहीं जाने वाला नहीं हूं’।
आईजी ने कहा कि अकसर देखने में आया है कि जो यह बलात्कार की घटनाएं होती है उसमे 95 प्रतिशत आसपास के लोग, परिवार से जुडे लोगों का और पांच प्रतिशत बाहरी लोगों का हाथ होना पाया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह यह नहीं कह की इस केस में ऐसा हुआ हो। उन्होंने कहा कि ऐसे केस में शव का पोस्टमार्टम होना बहुत आवश्यक होता है जिससे उन एविडेंस को डिस्ट्रॉय होने से बचाया जा सके जो केस की मुख्याधारा से जुड़े होते है।
उन्होंने बैठक में बैठे जनप्रतिनिधियों को आभार जताया कि डीएम के अनुरोध पर वह बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हो गए। आईजी ने साफ कहा कि बच्ची के डीएनए सैंपल से पकड़े गए लोगों के डीएनए सैंपल के मिलान से इस बात की पुष्टि हो जाएगी कि वहा असली गुनाहगार है भी या नहीं। हमारे पास सबसे बड़ा हथियार ब्रह्मास्त्र है ब्ल्ड सैंपल-डीएनए मैचिंग, बच्ची के सैंपल जिससे मैच वहीं असली गुनाहगार होगा। किसी बेगुनाह को गुनाहगार बताकर वाहवाही नहीं लूटना चाहते।
आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि इस क्षेत्र में ऐसी घटना कभी नहीं सुनी गई है और हम चाहेंगे की ऐसी घटना की पुर्नावृति न हो। उन्होंने बताया कि चोरी डकैती में अगर कोई व्यक्ति अपना गुनाह कबूल करता है तो ऐसा भी समझा जाता है कि कहीं वह पुलिस के दबाव में तो गुनाह कबूल नहीं कर रहा है इसलिए उसके ब्लड का सैंपल लिया जाता है जिससे यह पता की जो बात वह कह रहा है वह सत्य है या नहीं। वहीं अगर कोई गुनाह कबूल नहीं भी कर रहा है तो भी उसका ब्लड सैंपल लिया जाता है यह पता करने के लिए की वह सच बोल रहा है या झूठ क्योंकि ब्लड सैंपल साइंटिफिक इनवेस्टिगेशन में मददगार साबित होते है।
संजय ने यह भी साफ कहा कि उनके पास कोई दिव्यदृष्टि नहीं है कि हम इस घटना का खुलासा कितनी देर में कर देंगे यह बता दें लेेकिन इस बात को साफ कर देते है कि जो पकड़़ा जाएगा वह गुनाहगार होगा किसी बेगुनाहकार को हम नहीं पकड़ेंगे उसके लिए चाहे जितना समय लगे लेकिन वास्तव मंे जिसने यह गुनाह किया है हम उसे पकड़कर रहेंगे। गुनाहगारों को पकड़ना हमारा दायित्व है और इसमें हमें आप लोगों का सहयोग चाहिए