UTTARAKHAND

सूर्य ग्रहण से पहले लगा सूतक काल, सभी धामों के कपाट हुए बंद

रविवार दोपहर 12:01 बजे ग्रहण अपने चरम प्रभाव में होगा सूर्य ग्रहण 

चारों धामों के कपाट अब रविवार अपराहन तक के लिए बंद

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

भारत में सूर्य ग्रहण का समय

देहरादून  : रविवार यानि 21 जून को सुबह 9:15 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:10 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा। इस दौरान कुछ देर के लिए हल्का अंधेरा सा छा जाएगा। इसके बाद 03:04 बजे ग्रहण समाप्त होगा। यानी करीब 6 घंटे का लंबा ग्रहण होगा। लंबे ग्रहण की वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है।
देश की राजधानी दिल्ली में सूर्य ग्रहण की शुरुआत सुबह 10:20 बजे के करीब होगी। ग्रहण दोपहर 12:02 बजे अपने पूर्ण प्रभाव में होगा और इसकी समाप्ति दोपहर 01:49 बजे होगी। देश के अन्य शहरों में ग्रहण के समय में कुछ अंतर देखने को मिल सकता है।
देहरादून । वर्ष 2020 का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून (रविवार) को लग रहा है। ज्योतिष शास्त्र ग्रहण के करीब 12 घंटे पहले सूतक काल कहते हैं। भारत में  सूर्य ग्रहण के चलते सूतक काल शनिवार रात्रि 10 बजे से ही शूरु हो गया है जो ग्रहण काल से समाप्त होने तक प्रभावकारी रहेगा। शनिवार की रात 10 बजे सूतक काल लगते ही  उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट अब रविवार अपराहन तक के लिए बंद कर दिए गए हैं । देश के गुजरात राज्य का भुज पहला शहर होगा जहां ग्रहण की शुरुआत सुबह 9:58 बजे होगी। अब सूर्ग्र ग्रहण के सूतककाल समाप्त होने के बाद फिर मंदिर और पूजा घरों को खोला जायेगा मूर्तियों में गंगाजल छिड़कर उन्हें पवित्र किया जायेगा और विधिवित पूजा पाठ पहले की तरह शुरू किया जायेगा।
  उत्तराखंड के चारों धामों  बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट बीती रात 10 बजे बंद कर दिए गए हैं। इस बार के सूर्य ग्रहण की ख़ास बात ये हैं कि ये वलयाकार यानि  अंगूठी के आकार का सूर्य ग्रहण होगा जिसमें चंद्रमा सूर्य का करीब 98.8% भाग ढक देगा। पूरे भारत में ग्रहण का समय 21 जून को सुबह 10:20 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:48 बजे तक रहेगा। दोपहर 12:01 बजे ग्रहण अपने चरम प्रभाव में होगा।
ज्योतिष विज्ञान  के अनुसार, किसी भी पूर्ण ग्रहण के शुरू होने से 12 घंटे पहले और ग्रहण के 12 घंटे बाद का समय ग्रहण सूतककाल कहलाता है। मान्यता है कि इस दौरान मंदिरों में पूजा पाठ या कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता। सूतककाल समाप्त होने के बाद ही मंदिर खुलते हैं और लोग पूजा अनुष्ठान शुरू करते हैं। इस ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा। जिसकी शुरुआत ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले हो जाएगी। सूतक 20 जून की रात 09:52 बजे से लग गया है।
गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण पर  रखें सावधानी :- 
भारतीय मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण शुरू होने से लेकर ग्रहण समाप्त होने तक यानी ग्रहणकाल (21 जून को 09:15AM से 03:04PM तक) में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। घर के बुजुर्गों की सलाह के अनुसार ही जरूरी उपाय अपनाएं। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। हालांकि मन में किसी प्रकार का भय या चिंता नहीं रखनी चाहिए। ग्रहण वाले दिन को भी आम दिनों की तरह एक सामान्य दिन मानना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान ध्यान रखें ये बातें-
– बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आंख से न देखें। नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का इस्तेमाल करें।
-यह भी सलाह है कि घर के बनाए जुगाड़ वाले चश्मे या किसी लेंस से सूर्य ग्रहण न देखें। इससे आपकी आंख पर बुरा असर हो सकता है।
– ग्रहण के वक्त आकाश की ओर देखने से पहले सोलर फिल्टर चश्मा लगाएं और नजर नीचे करने के बाद या ग्रहण समाप्त होने के बाद ही इसे हटाएं।
– एक अमेरिकी संस्था के अनुसार, ग्रहण के वक्त कार/अन्य वाहन न चलाएं।
-लेकिन यदि कोई ग्रहण के वक्त रास्ते में ही है तो वह अपने वाहन की हेडलाइट जलाकर और अन्य वाहनों से कुछ दूरी बनाकर ही वाहन चलाए। ड्राइविंग में विशेष सावधानी बरतने की हिदायत है।
– बच्चों को यदि ग्रहण दिखाने का प्लान बना रहे हैं तो उनकी आखों को बचाने वाले सोलर फिल्टर चश्मे की व्यवस्था जरूर कर लें।

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