मानसून की रफ्तार जिंदगी पर भारी, तीन की मौत
देहरादून : सोमवार को सूबे में मानसून की रफ्तार जिंदगी पर भारी पड़ी और इसने तीन की जानें ले लीं। बारिश के चलते अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर भौरियाबैंड के पास पहाड़ी दरकने से मलबे में दबकर बाइक सवार जीजा-साले की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लाक के कोटी गांव में बरसाती नाले को पार करते वक्त बहे आठ वर्षीय किशोर की मृत्यु हो गई। वह तीसरी कक्षा का छात्र था।
वहीं, उधर, भारी बारिश के कारण बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे बंद हो गए हैं। केदारनाथ हाईवे भी मलबा आने बार-बार बंद हो रहा है। ऐसे में पहाड़ का सफर जोखिमभरा हो गया है। भारी बारिश से दुश्वारियां शुरू हो गई हैं। पहाड़ी टूटने से बदरीनाथ हाईवे ब्यासी और कौड़ियाल के बीच बंद हो गया है। तड़के तीन बजे से रास्ता बंद है। मलबा हटाने में अभी समय लग सकता है। लोनिवि की टीमें सड़क खोलने के लिए जुटी हुई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी दुश्वारियां बरकरार हैं। बदरीनाथ राजमार्ग रविवार शाम से लामबगड़, शिवानंदी और कौडियाला के पास बंद रहा। यात्रियों की पडग़ासी के रास्ते पैदल मार्ग से आवाजाही कराई जा रही है। गंगोत्री हाईवे पर गोलमा के पास सड़क का करीब 16 मीटर हिस्सा भागीरथी में समाने से गंगोत्रीधाम सहित उपला टकनौर के आठ गांवों का संपर्क कट गया है। यद्यपि, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने इस जगह वैली ब्रिज बनाने की तैयारी शुरू कर दी है और दावा किया गया कि मंगलवार सुबह तक हाईवे खोल दिया जाएगा। वहीं, टिहरी जिले में छह घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि गोपेश्वर (चमोली) के पर्वतीय क्षेत्रों में संपर्क मार्ग बाधित रहने से ग्रामीणों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं।
हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के करीब बह रही है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी किया है। तटीय क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। पूरे हरिद्वार जिले में बारिश हो रही है। देहरादून जिले में भी सुबह से बारिश का क्रम जारी है। बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है। सड़कों पर जाम की स्थिति है।
उधर, मौसम विभाग अगले 48 घंटों के लिए भी राज्य में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक 10 अगस्त तक ठीकठाक वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर देहरादून, पौड़ी और पिथौरागढ़ जिलों में मंगलवार को भी इंटर तक के सभी विद्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
भूगर्भीय लिहाज से अतिसंवेदनशील अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर डेंजर जोन भौरियाबैंड के पास सोमवार दोपहर 12 बजे पहाड़ी दरकने से बड़े पैमाने पर मलबा सड़क पर आ गिरा। इसी दौरान हल्द्वानी से अल्मोड़ा की ओर जा रहे बाइक सवार दो युवक मलबे में दब गए। तुरंत ही यात्री और स्थानीय लोग मलबा हटाने में जुट गए, मगर मलबा गिरते रहने से बचाव एवं राहत कार्य में मुश्किलें आईं। बाद में मौके पर पहुंचे राजमार्ग खंड के कर्मियों ने पॉकलैंड मशीन से मलबा हटाया, लेकिन तब तक हल्द्वानी निवासी दोनों बाइक सवार युवकों की मौत हो चुकी थी। चंपावत जिले में टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पर धौन के पास परिवहन निगम की बस पर बोल्डर आ गिरा। टनकपुर से बेरीनाग जा रही इस बस में 15 यात्री व चालक-परिचालक सवार थे। बोल्डर गिरने से बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन सभी यात्री सुरक्षित निकल आए।
रुद्रप्रयाग जिले में बड़मा पट्टी के ग्राम कोटी में स्कूल से लौट रहा आठ वर्षीय किशोर उस वक्त मां के हाथ से छिटक कर बह गया, जब वे बरसाती नाले को पार कर रहे थे। बीती रात हुई तेज वर्षा के चलते नाले का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ था। सूचना पर स्थानीय ग्रामीण और पुलिस खोजबीन में जुट गए। शाम को करीब 80 मीटर दूर बालक का शव बरामद हुआ।
वहीं, रविवार शाम चार बजे लामबगड़ के पास भारी मलबा आने के बाद से बदरीनाथ राजमार्ग बंद है। बारिश के कारण मलबा हटाने के कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। उत्तरकाशी जिले में सोमवार को गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी, सगलाई के पास हाईवे पर चट्टानें गिरी, जबकि गोलमा के पास सड़क का 16 मीटर हिस्सा भागीरथी में समा गया। यहां फंसे 80 यात्रियों को दूसरे वाहनों से उत्तरकाशी पहुंचाया गया। यमुनोत्री हाईवे ओजरी और बाडिया के पास करीब आठ घंटे बाधित रहा।