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Solar Eclipse 2019 : साल का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्यग्रहण शुरू..यहाँ देखें LIVE

आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 मिनट से शुरू

देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा

यह पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी देखा जा सकेगा

छह सूर्यग्रहण हीअगले सौ वर्षों में केवल भारत में दिखेंगे

एजेंसी

नई दिल्ली। Surya Grahan Solar Eclipse December 2019 ‌वर्ष 2019 का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था। यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। 

भारत में इससे पहले एन्यूलर सूर्यग्रहण 15 जनवरी 2010 को देखा गया था, जबकि अगला सूर्यग्रहण 21 जून 2020 को दिखाई देगा। यहां यह महत्वपूर्ण है कि अगले 100 वर्षों में भारत में केवल छह सूर्यग्रहण ही देखे जा सकेंगे, जो वर्ष 2020, 2031, 2034, 2064, 2085 और 2114 में दिखाई देंगे। 

यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार ग्रहण है। इस ग्रहण को सीधे आंखों से देखने से बचें। ये सूर्य ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में बनेगा इसलिए व्यक्तिगत रूप से धनु राशि और मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव पड़ेगा। इसलिए धनु राशि के लोगों को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।

भारतीय समय अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 मिनट से शुरू होगा और सूर्य ग्रहण सुबह 9.24 से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढकना शुरू करेगा। पूर्व सूर्य ग्रहण सुबह 9.26 पर दिखाई देगा। वहीं, 11.05 तक यह सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण की अवधि तीन घंटे बारह मिनट होगी। 

इंदौर में 8.09 पर, पटना में 8.25 पर, जयपुर में 8.13 पर, कोलकाता में 8.17 पर, लखनऊ में 8.20 पर और नई दिल्ली में 8. 17 पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा। 

यह नजारा बेहद खूबसूरत होगा, लेकिन नासा ने इसके लिए चेतावनी जारी की है। नासा ने कहा है कि यह सूर्य ग्रहण जितना सुंदर होगा, उतना ही खतरनाक भी होगा, इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण की तरफ न देखें। यही नहीं इसको देखने के समय विशेष सावधानी बरतें।

खासकर सूर्य ग्रहण के दौरान आपके पास चश्मा होना चाहिए। इसके अलावा अगर आप फोटोग्राफ लेना चाहते हैं तो आपके पास सोलर फिल्टर्स होने चाहिए। दरअसल कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान इससे खास तरह की किरणें निकलती हैं जो हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। 

25 दिसम्बर की रात 8:17 पर सूतक लग चुके हैं जो सूर्य ग्रहण के बाद समाप्त होंगे। हरिद्वार में सूर्य ग्रहण के चलते गुरुवार को गंगा आरती सुबह न होकर पूर्वाह्न 11.30 बजे होगी। सूर्य ग्रहण के कारण लगने वाले सूतक को लेकर यह निर्णय लिया गया है। मनसा देवी, चंडी देवी, माया देवी समेत सभी मंदिरों के कपाट देरी से खुलेंगे।

यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। इसके अलावा, एन्यूलर ग्रहण सऊदी अरब, कतर, यूएई, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, मलयेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मरियाना आईलैंड इत्यादि से भी दिखाई देगा। इसके साथ ही साथ यह पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी देखा जा सकेगा। 

इस ग्रहण को आप Slooh पर ऑनलाइन भी देख सकते हो। इसके अलावा Tharulowa Digital पर भी इसका वेबकास्ट व्यू देखा जा सकता है।

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