शुरुआत में यह सुविधा ‘मुजफ्फरपुर, पटना और भागलपुर के लोगों के लिए ही उपलब्ध होगी
लीची की बुकिंग न्यूनतम 2 किग्रा तथा आम की बुकिंग न्यूनतम पांच किग्रा तक के लिए होगी
डाक विभाग का बिहार पोस्टल सर्किल लोगों के दरवाजों तक ‘शाही लीची’ और ‘जर्दालु आम’ पहुंचाएगा
अभी तक वेबसाइट पर 4400 किग्रा लीची के लिए आर्डर दिए जा चुके हैं,आमों के लिए आर्डर मई के अंतिम सप्ताह से शुरू होंगे
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत सरकार के डाक विभाग और बिहार सरकार के बागवानी विभाग ने लोगों के दरवाजों तक ‘शाही लीची’ और ‘जर्दालु आम’ की आपूर्ति करने के लिए हाथ मिलाया है। बिहार पोस्टल सर्किल ने बिहार सरकार के बागवानी विभाग के साथ मुजफ्फरपुर से शाही लीची और भागलपुर से जर्दालु आम की लॉजिस्टिक्स करने तथा इसको घरों तक पहुंचाने के लिए करार किया है।
कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लॉकडाउन लागू है। लीची और आम के उत्पादकों को फलों को बेचने के लिए बाजार तक ले जाने तथा परिवहन की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों तक फलों की आपूर्ति बड़ी चुनौती बन गई है, इसलिए लोगों की मांग पूरी करने तथा किसानों को बिना किसी बिचौलिये के सीधे बाजार उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार के बागवानी विभाग एवं भारत सरकार के डाक विभाग ने इस पहल के लिए हाथ मिलाया है।
मुजफ्फरपुर (बिहार) की ‘शाही लीची’ और भागलपुर (बिहार) का ‘ जर्दालु आम’ अपने अनूठे स्वाद के कारण दुनियाभर में विख्यात है। लोग ऑनलाइन तरीके से वेबसाइट “horticulture.bihar.gov.in“ पर आर्डर पेश कर सकते हैं।
शुरुआत में यह सुविधा ‘शाही लीची’ के लिए मुजफ्फरपुर और पटना के लोगों को तथा ‘ जर्दालु आम’ के लिए पटना और भागलपुर के लोगों के लिए उपलब्ध होगी। लीची की बुकिंग न्यूनतम दो किग्रा तथा आम की बुकिंग न्यूनतम पांच किग्रा तक के लिए होगी।
ऑनलाइन बुकिंग तथा दरवाजों तक प्रदायगी की सुविधा उत्पादकों/किसानों को सीधे तौर पर इस नए बाजार में अच्छा लाभ अर्जित करने में मदद करेगी। ग्राहकों को भी कम कीमत पर अपने दरवाजों तक फलों को प्राप्त करने का लाभ मिलेगा। अभी तक वेबसाइट पर 4400 किग्रा लीची के लिए आर्डर दिए जा चुके हैं। सीजन के दौरान यह 100000 किग्रा तक जा सकता है। आमों के लिए आर्डर मई के अंतिम सप्ताह से आरंभ होंगे।