सुरंग की ईंटे गिरने से कई बार बाल-बाल बचे हैं यात्री
कभी भी हो सकता है कोई बड़ा हादसा
रुद्रप्रयाग । रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे के संगम स्थित टनल (सुरंग ) जानलेवा साबित हो रही है। वर्षों से टर्नल की मरम्मत नहीं की गई है, जिस कारण टनल की ईंटे धीरे-धीरे गिरने लगी हैं। ऐसे में बड़ा हादसा होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है और लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड की लापरवाही का खामियाजा भोली-भाली जनता को भुगतना पड़ेगा।
बृहस्पतिवार को अचानक से सुरंग की ईंटे ढह गई, जिससे लोगों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। करीबन एक घंटे तक राजमार्ग पर जाम लगा रहा, जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बृहस्पतिवार को केदारनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग के निकट टनल के आगे का हिस्सा अचानक क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके बाद आनन-फानन में लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड ने मलबे को साफ करना शुरू किया। अचानक ढहे टनल के हिस्से के कारण एक बड़ा हादसा होने से टला। रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार से दो सौ मीटर दूर लगभग पचास मीटर लंबी टनल है। ट्रीटमेंट न होने के कारण टनल लगातार क्षतिग्रस्त होती जा रही है। कई लोग टर्नल से पत्थर गिरने के कारण चोटिल हो चुके हैं, जबकि वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय जनता लंबे समय से क्षतिग्रस्त टनल की मरम्मत करने की मांग करती आ रही है, लेकिन राजमार्ग खंड कोई सुध नहीं ले रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता धनराज बंगारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत भण्डारी, बीके गुप्ता ने कहा कि सुरंग की हालात नाजुक बनी हुई है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सुरंग से भारी वाहनों के आवागमन के कारण सुरंग की छत पूरी तरह से टूट चुकी है और कई जगहों पर गढ्ढे पड़ गये हैं। वहीं दूसरे छोर से एक बड़ा हिस्सा गिर चुका है। सुरंग की सारी ईंटें नीचे गिर गयी हैं, लेकिन बड़े हादसे से बच गये। एक घंटे के लिए राजमार्ग से वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया, जिससे केदारनाथ और बद्रीनाथ राजमार्ग पर जाम की स्थिति पैदा हो गयी।
लोगों ने कहा कि शासन-प्रशासन की लापरवाही के कारण सुरंग का ट्रीटमेंट नहीं हो पा रहा है। अगर समय रहते सुरंग का ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं राजमार्ग खण्ड के सहायक अभियंता अनिल बिष्ट ने कहा कि केदारघाटी में दो बड़ी परियोजनाओं का कार्य चल रहा है और परियोजना निर्माण में बड़ी-बड़ी मशीनों का प्रयोग किया जाता है। इन मशीनों के आवागमन से सुरंग को क्षति पहुंच रही है। कहा कि सुरंग के क्षतिग्रस्त भाग को जल्द ही दुरूस्त किया जायेगा।