क्रोएशिया की राष्ट्रपति ग्रेबर फीफा फाइनल हारने के बाद दिलों में छा गई

- हर कोई हो गया ग्रेबर की सादगी का फैन
- ग्रेबर को मॉडल समझने की भूल कर बैठते हैं लोग
- ग्रेबर के साथ जब जुड़ा विवाद
DEHRADUN । क्रोएशिया की टीम को फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भले ही फ्रांस के हाथों हार मिली हो, लेकिन इसके बाद भी वह मैदान में लोगों का दिल जीतने में कामयाब रही। क्रोएशिया की टीम के अलावा टीम की जिस फैन पर दर्शकों की सबसे अधिक निगाह रही वह थी वहां की राष्ट्रपति ग्रेबर किट्रोविक पर। फीफा के फाइनल मैच को देखने के लिए ग्रेबर दर्शकों से भरे स्टेडियम में किसी सामान्य फैंस की तरह ही मौजूद थीं। इस दौरान उन्होंने वहां पर क्रोएशिया की टीम का उत्साह बढ़ाते सभी ने देखा गया।
जहां तक उनके फीफा वर्ल्ड कप का सवाल है तो वहां की राष्ट्रपति ग्रेबर कि ट्रोविकक्रोएशिया का कोई भी मैच मिस नहीं किया। उनकी सादगी को इस बात से भी आंका जा सकता है कि इसके लिए उन्होंने इकॉनमी क्लास में ट्रेवल किया और स्टेडियम पर भी अपने भारी-भरकम लाव-लश्कर के साथ न दिखाई देकर आम फैंस की तरह वहां मौजूद रहीं।
इतना ही नहीं उन्होंने इस दिन काम न करने की वजह से अपनी उस दिन की तनख्वाह तक नहीं ली। फीफा के फाइनल मैच में भी क्रोएशिया की हार के बाद ग्रेबर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रान के साथ मैदान पर उतरी और दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। उस वक्त भी उनके चेहरे पर मैच में हार की शिकन तक दिखाई नहीं दे रही थी।
इतना ही नहीं प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन के दौरान भी उन्होंने अपने टीम के सभी खिलाडि़यों का गले लगाकर न सिर्फ अभिवादन किया बल्कि उनका हौंसला भी बढ़ाया। यह नजारा दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में हर किसी ने देखा। इस दौरान आई तेज बारिश में भी ग्रेबर बिना छाते के सभी अहम लोगों के बीच बिना छाते के दिखाई दीं। उनकी यह सादगी स्टेडियम में हर किसी को काफी पसंद आई।
उनका जिक्र हम यहां पर इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि बेहद कम लोग उनके बारे में जानते हैं। आपको बता दें कि ग्रेबर क्रोएशियन लैंग्वेज के साथ-साथ धारा प्रवाह के साथ अंग्रेजी भी बोलती हैं। इसके अलावा उन्हें स्पेनिश, पुर्तगाली भाषा भी आती है। इसके अलावा वह जर्मन, फ्रेंच और इतालवी जुबान भी समझ लेती हैं।
29 अप्रेल 1968 में युगोस्लाविया के इलाके क्रोएशिया में पैदा हुई ग्रेबर किट्रोविक ने वियना हावर्ड और वाशिंगटन डीसी अपनी पढ़ाई की है। इसके अलावा उन्होंने क्रोएशिया से तीन वर्ष पहले अपनी डॉक्ट्रेट भी पूरी की है।
उन्हें न जानने वाले लोग उन्हें कई बार मॉडल समझने की भूल भी कर बैठते हैं। फरवरी 2015 में उन्होंने क्रोएशिया की पहली महिला राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया था। वह यहां की चौथी राष्ट्रपति हैं। 1993 में क्रोएशिशन डेमोक्रेटिक यूनियन में शामिल होने के बाद से ही वह कई अहम पदों पर काम कर चुकी हैं।
वह क्रोएशिया के विदेश मंत्रालय में एडवाइजर की भी भूमिका निभा चुकी हैं। वाशिंगटन डीसी से स्वदेश वापसी के बाद उन्होंने सांसद के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी। आपको बता दें कि राष्ट्रपति बनने से पहले ग्रेबर अमेरिका में क्रोएशिया की राजदूत रह चुकी हैं। इसके अलावा वह नाटो में असिसटेंट सेक्रेट्री जनरल के पद पर भी काम कर चुकी हैं।
1996 में ग्रेबर की शादी जाकोव किट्रोविक के साथ हुई थी। उनके दो बच्चे हैं जिनमें से एक बेटी कटरीना स्केट्स की जूनियर नेशनल चैंपियन है। 2003 में उन्होंने बेटे को जन्म दिया जिसका नाम लूका है। वर्ष 2010 में जब ग्रेबर अमेरिका में क्रोएशिया के राजदूत के तौर पर काम कर रही थीं तब उनके पति एक विवाद में भी फंस गए थे।
गौरतलब हो कि वह अपने निजी काम के लिए उनकी सरकारी गाड़ी ले गए थे जिसके चलते काफी विवाद हुआ था। हालांकि बाद में विवाद बढ़ता देख ग्रेबर ने उसका पूरा खर्च सरकार को अदा किया था। इसके बाद यह मामला पूरी तरह से शांत हो गया था।