नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने आज संसद में प्रस्तुत 2019-20 के बजट पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे शिक्षा में शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा ।
ज्ञातव्य है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय का बजट वर्ष 2018-19 में 85 हजार करोड़ था जो कि अब बढ़कर 94 हजार 853 करोड़ हो गया है ।
डॉ निशंक ने मंत्रालय के बजट में 10,000 करोड़ रुपए की उल्लेखनीय वृद्धि के लिए वित्त मंत्री के प्रति आभार प्रकट किया ।
डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के सपनों के नव भारत निर्माण के लिए हमें शैक्षणिक गुणवत्ता एवं शोध और अनुसंधान में नए आयाम स्थापित करने होंगे ।
उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्न व्यक्त की कि स्टडी इन इंडिया नामक प्रोग्राम अत्यंत लोकप्रिय है और इसमें इस वर्ष 70 हजार से अधिक पंजीकरण हुए ।
डॉ निशंक ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पहली बार देश में राष्ट्रीय अनुसंधान प्रतिष्ठान की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ है ।
उन्होंने कहा की सभी मंत्रालयों के अनुसंधान संसाधनों का समन्वय करके उत्कृष्ट शोध का जिम्मा मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दिया गया है डॉ निशंक ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश में नई शिक्षा नीति के माध्यम से शैक्षिक क्षेत्र में शैक्षिक उत्कृष्टता लाने का सफल प्रयास किया जा रहा है.
डॉ निशंक ने कहा कि मौजूदा बजट से समाज में सभी वर्गों का विशेष ख्याल रखा गया है संसद में प्रस्तुत बजट की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे शिक्षा में शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा
देश के उपेक्षित पिछड़े दलित वर्ग किसान मजदूर विद्यार्थी श्रमिक नौकरी पेशा वाले लोग महिलाएं सभी बजट में अपनी आशा और अपेक्षाओं को सच होता देख पाएंगे
उन्होंने आगे कहा कि सक्षम समृद्ध भारत की आधारशिला के रूप में बजट देश में आर्थिक प्रगति को एक नई दिशा देगा