ELECTION

पांचों सीटों पर प्रचार थमा अब घर-घर जाकर कर रहे संपर्क

  • पांचों सीटों पर पहले चरण में होगा  11 अप्रैल को मतदान
  • हरिद्वार व नैनीताल सीटों पर बसपा की तीसरा कोण बनने की कोशिश
  • 78,56,268 मतदाता पांचों सीटों पर 52 प्रत्याशियों की किस्मत का करेंगे फैसला
  • पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी सहित कुल 67380 कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून । उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए मंगलवार शाम चुनाव प्रचार का शोर थम गया है, अब प्रत्याशी और उनके समर्थक घर-घर जाकर अपने पक्ष में मतदान की अपील करने में जुट गए हैं। राज्य की सभी पांचों सीटों पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, हरिद्वार, अल्मोड़ा और नैनीताल पर पहले चरण में आगामी 11 अप्रैल को मतदान होगा। सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही सिमट गया है और मुख्य मुकाबले  में भाजपा और कांग्रेस ही नज़र आ रही  है। हालांकि हरिद्वार व नैनीताल सीटों पर बसपा मुकाबले का तीसरा कोण बनने की कोशिश कर रही है। प्रदेश के 78,56,268 मतदाता पांचों लोकसभा  सीटों पर 52 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।

वहीं प्रदेश के निर्वाचन आयोग ने सत्रहवीं लोकसभा के लिए प्रदेश में 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की पूरी तैयारी कर ली है। राज्य में मंगलवार शाम चुनाव प्रचार थम गया। निर्वाचन आयोग ने प्रदेश की पांचों सीटों पर 112380 सरकारी कर्मचारी, पुलिस, सुरक्षाबल और होमगाड्र्स तैनात किए गए हैं। प्रदेश के 11229 मतदान केंद्रों के लिए 1766 पोलिंग पार्टियां रवाना हो चुकी हैं। शेष 9463 मतदान केंद्रों के लिए बुधवार सुबह पोलिंग पार्टियां रवाना हो जाएंगी। प्रदेश की नेपाल से 10 जगह लगी अंतर्राष्ट्रीय और उत्तर प्रदेश व हिमाचल से 85 जगह लगी अंतर्राज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है। यहां सीसी कैमरों के जरिये निगरानी की जा रही है। पुलिस और अद्र्धसैनिक बल इन सीमाओं पर सघन जांच अभियान चला रहे हैं। दो हेलीकॉप्टर भी वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रखे गए हैं।

मंगलवार को राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या और पुलिस महानिरीक्षक दीपम सेठ ने पत्रकारों से बातचीत में चुनाव को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनावों में प्रदेश की पांच सीटों पर कुल 78,56,268 मतदाता 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान कराने के लिए पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी मिलाकर कुल 67380 कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

इनमें सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के साथ ही पीठासीन व मतदान अधिकारी शामिल हैं। हर बूथ पर दिव्यांग मतदाताओं को लाने के लिए रैंप, पेयजल व्यवस्था, बिजली, फर्नीचर, वेटिंग रूम व शौचालयों की व्यवस्था की गई है। पोलिंग पार्टियों को फस्र्ट एड बॉक्स भी दिए गए हैं। पोलिंग पार्टियों व मतदान सामग्री को लाने-ले जाने के लिए 8015 वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रदेश की सभी पांच सीटों को 237 जोन व 1371 सेक्टर में बांटा गया है। कुल 11229 बूथ में 697 बूथ अति संवेदनशील और 656 बूथ संवेदनशील घोषित किए गए हैं। 1180 बूथों की वेबकास्टिंग की जाएगी और 519 में सीसी कैमरे लगाए जाएंगे।

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