कानपुर। सचेंडी में मंगलवार रात हुए सड़क हादसे के बाद भी एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीम मौके पर नहीं पहुंची थी। पुलिस आयुक्त ने उसे गंभीर चूक मानते हुए एनएचएआई के परियोजना निदेशक को पत्र लिखकर उनके जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल नंबर मांगे थे,ताकि आपात स्थितियों में उनसे तत्काल संपर्क किया जा सके।
भीषण हादसे के बाद पुलिस आयुक्त असीम अरुण का अब जोर शहर के साथ ही हाइवे के भी ट्रैफिक नियमों के अनुरूप बनाने पर है। शहर के साथ ही हाइवे तक के यातायात को सुधारने के लिए गुरुवार को पुलिस आयुक्त ने आरटीओ ,यातायात विभाग और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। मीटिंग में पुलिस आयुक्त ने एनएचएआई के अधिकारियों से बात करते हुए कहा,देश में हाईवे पर चलती गाड़ियों के चालान की कोई व्यवस्था नहीं है।
चालान के डर से लोग शहर की सड़को पर ढंग से वाहन चलाते है लेकिन हाईवे और नेशनल हाईवे आते ही कई नियम विरुद्ध और रांग साइड गाड़ी चलाते है। इस वजह से हादसे भी होते है। कई बार हादसा करने वाला चालक वाहन समेत फरार भी हो जाता है। ऐसे लोगो के चालान की व्यवस्था करने के लिए कहा। एनएचएआई अधिकारियो ने जल्द ही इस प्रकार की व्यवस्था करने सहमति जताई है।
वर्चुअल मीटिंग ने एनएचएआई की तरफ से बताया गया कि,हाईवे पर कई जगह गलत ढंग से लोग वाहनों को खड़ा कर देते है इससे भी यातायात में समस्या होती है और विवाद होते है। इस पर पुलिस आयुक्त ने कहा कि,ऐसे किसी भी प्रकार की स्थित की सूचना यातायात पुलिस को दे। यातायात पुलिस नॉन कांटेक्ट चालान करेगी। वर्चुअल मीटिंग में एनएचएआई के परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा,डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ती,एसपी आउटर अष्टभुजा सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।