तोता -मैना के प्यार के किस्से हुए जगजाहिर!

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
गलियारों से लेकर दूर सड़कों तक आजकल सूबे के तोता -मैना के प्यार के किस्से बहुत ही चटखारे के साथ सुने जा रहे हैं। बेचारे दोनों अपने पहले प्यार से परेशान थे एक ने तो अपनी पहले वाली मैना से लगभग किनारा कर ही लिया है लेकिन नयी मैना भी इससे पहले कई प्यार तलाश चुकी थी लेकिन उसे अब उसके प्यार की कद्र करने वाला और हाँ में हाँ मिलाने वाला तोता जो मिल गया है लिहाज़ा उसने पुराने सारे तोतों से धीरे-धीरे किनारा करना शुरू कर दिया है, एक तोता तो बेचारा रोज़ उसके मन पसंद की चाट से लेकर कॉफ़ी तक खोज -खोज कर मंगाया करता है, उसका हुनर को कब रोजगार में बदला इस बेचारे तोते को पता ही नहीं चला। हां उसको बिना काम के उसके प्यार की कीमत के रूप में और उसके हुनर की कीमत के लाखों रूपये मेहनताना मिलाता रहा। लेकिन उसे कहाँ पता उसकी मैना तो किसी और तोते के साथ प्यार की पींगे बढ़ा रही है। वह तोता भी बेचारा अपने प्यार में पहली मैना से प्रताड़ित होकर इस बार नए प्यार के चक्कर में सोच समझ कर पींगे बढ़ा रहा है।
कहने को तो दोनों के पास खूब गाड़ियां हैं और अपनी भी लेकिन तोता और मैना को बाइक से लांग ड्राइव का जो क्रेज है वह किसी को नहीं , दोनों बाइक पर आजकल के नौजवानों की तरह मुंह में कपड़ा बांधकर और महंगे चश्मे लगाकर जींस और टॉप सहित लॉग बूट पहन काऊ बॉय बनकर महंगी बाइक से हर छुट्टी के दिन निकल पड़ते हैं लॉन्ग ड्राइव पर वह भी गंगा किनारे। लेकिन वहां बैठे एक कौवे ने तो तोता मैना की कहानी अपने साथियों से कांव-कांव करके सुनानी क्या शुरू की कि वहां की अन्य पक्षी प्रजाति में कहानी सुनने की और तोता मैना को प्यार की पींगे बढ़ाते देखने को आतुरता दिखाई देने लगी। अब लगभग हर संडे तोता मैना वहां आते और एक झोपड़ी में भीतर कैद होकर शाम को ही बाहर निकलते ऐसे में वहां इकठ्ठा पक्षियों के झुण्ड को उनके बाहर निकलने का इंतज़ार रहता वे भी आस – पास के पेड़ों पर एक शिकारी की तरह उनके बाहर आते समय के भाव – भंगिमाओं को अपनी आँखों में कैद करने को आतुर रहते। कभी तो उनकी मन चाही मुराद पूरी हो जाती तो कभी नहीं क्योंकि कभी तोता मैना रात को भी उसी झोपड़ी को आशियाना बनाकर रातभर वहीँ रहते।
बेचारा कौवे को इस दौरान उनकी देख-रेख और खान -पान की सारी व्यवस्था का जिम्मा दिया जाता रहा है। जबकि कौवा भी उसके बाद कई बार अपने बॉय फ्रेंड के साथ तोता -मैना की तरह मस्त हो जाता। इस बीच जंगल के पक्षी प्रजाति ने कौए की सारी कहानी मैना को सुना दी लेकिन मैना को पता है कि यदि उसने कौए के खिलाफ कोई एक्शन लिया तो उसके प्यार के पर्चे सारे जंगल में पेड़ों पर लग जाएंगे इसलिए मैना कौए को अपने जाल में फंसाये रख उसको इस बात का विश्वास देती रहती है कि कौए तू ही तो अपना एक मात्र ऐसा दोस्त है जिसपर मैं विश्वास कर सकती हूँ। कहा तो यहाँ तक जा रहा है अब जंगल के हर निर्णय में कौए सहित पुराने तोते की भी भागीदारी होती है।
वहीँ बचारे तोते के भी शादी शुदा जिंदगी भी कुछ ठीक नहीं गुजर रही थी रोज़ तोती से झगड़ा बात हो गयी थी तो बेचारा निकल पड़ा प्यार की खोज में , बहुत खोज के बाद उसे मैना मिली तो मैना और तोते की अब खूब जमने लगी इतना ही नहीं मैना के रसूख को बरक़रार रखने की जिम्मेदारी भी अब तोते पर आ पड़ी। मैना अपने जंगल में जो भी निर्णय लेती एक बार तोते से जरूर उसपर मुहर लगवा देती इतना ही नहीं तोते ने मैना की जंगल के राजा से वो तारीफ की हुई है कि जंगल का राजा मैना के खिलाफ एक शब्द भी सुनने को तैयार नहीं। जबकि जंगल में मैना के निर्णयों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। अभी जंगल के राजा भी देख रहे हैं कि कब सर से ऊपर पानी जाए और कब वे मैना की करें छुट्टी।