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विपक्ष ने किया संस्कृति विभाग के कैलेंडर पर हंगामा

विपक्ष का आरोप: संघ नेताओं के नाम गांधी-भगत सिंह के पहले कैसे ?

गैरसैंण : विधानसभा सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष ने संस्कृति विभाग  द्वारा जारी नए साल का कैलेंडर पर जमकर हंगामा मचाया। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये संस्कृति विभाग का नहीं,बल्कि  आरएसएस का कैलेंडर है। शुक्रवार को गैरसैंण में चल रहे सत्र में कांग्रेस ने भाजपा पर सरकारी मशीनरी के भगवाकरण का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने जोरदार ढंग से विरोध किया। इस दौरान कांग्रेस विधायकों और संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। इसके साथ ही विपक्ष ने गन्ना भुगतान और खनन को लेकर भी जमकर हंगामा किया और सरकार से जवाब मांगा।सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस ने सांकेतिक रूप से सदन से वॉक आउट कर दिया।

कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने इस मुददे को काम रोको प्रस्ताव के तहत उठाया। उन्होंने संस्कृति विभाग के पंचांग को सदन में लहराते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु, बाबा साहेब भीमराम अंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल और सरदार भगत सिंह जैसे महापुरुषों को तो सरकार ने विभूति नहीं माना, लेकिन संघ नेता डॉ केवी हेडगेवार, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, माधव सदाशिव गोलवलकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, मधुकर दत्तात्रेय, राजेंद्र सिंह रज्जू भइया और कृपाहल्ली सीतारमैया सुदर्शन के नाम सबसे पहले छाप दिए। 

वहीँ सरकार की ओर से जवाब देते हुए पंत ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि बाकी महापुरुषों के नाम भी लिखे गए हैं। इस पर विपक्ष ने कहा कि बाकी के नाम का जिक्र तो व्रत जयंती और उपवास वाली लिस्ट में है, पर संघ नेताओं का कालम तो शुरू में ही छाप दिया गया है। इस पर थोड़ा असहज हुए पंत ने बात को संभाला और कहा कि जिन नामों पर कांग्रेस आपत्ति कर रही है, उन्होंने देश और समाज के लिए बलिदान किए हैं। पर्यटन मंत्री तो अपने इस पंचांग के लिए बधाई के पात्र हैं। सरकार को गलती न स्वीकारता देख कांग्रेस विधायक निंदा करते हुए वॉक आउटकर सदन से बाहर चले गए।

दरअसल 64 पेज के पॉकेट पंचाग के पेज-10 को विभूतियों के जन्म दिवस शीर्षक से बनाया गया है। इसमें केवल संघ और भाजपा के शीर्ष नेताओं के नाम और उनके जन्मदिन का ब्योरा दिया गया है, जबकि बाकी के बारे व्रत-उपवास-जयंती वाले कालम में सामान्य रुप से जानकारी दर्ज है।

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