पंचकूला में हुई हिंसा में उत्तराखंड के दो डेरा समर्थकों को गोली लगने से एक की मौत
पंचकूला गए डेरा प्रेमियों में दो समर्थक लेखराज और चंद्रपाल नहीं लौटे
रुद्रपुर (दिनेशपुर) : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ बलात्कार के मामले में सीबीआई कोर्ट के फैसले को देखते हुए दिनेशपुर से गए 20 डेरा समर्थकों में दो लापता हो गए हैं। फैसला आने के बाद हुई हिंसा और आगजनी के दौरान एक डेरा प्रेमी गोली लगने से घायल हो गया। वहीं दिनेशपुर के जत्थे से लापता बाबा राम रहीम के अनुयायी चंद्रपाल की मौत की पुष्टि हो गई है। चंद्रपाल की खोज में चंडीगढ़ गये दिनेशपुर थाने के एसआई हरीश चंदोला ने इसकी पुष्टि की है। चन्द्रपाल की मौत की खबर से उसके डिमरी स्थित गांव में मातम पसरा है।
सोमवार देर रात तक चन्द्रपाल के शव के गांव पहुंचने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पंचकूला में शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा के 38 समर्थकों की मौत के बाद दिनेशपुर के गांव डिमरी के चंद्रपाल लापता होने की सूचना थी। गांव के मक्खनलाल ने बताया कि पंचकुला हिंसा में लापता चंद्रपाल के दो छोटे बच्चे हैं। उसकी घर की माली हालत ठीक नहीं है। चंद्रपाल मजदूरी कर परिवार पालता है। उसकी पत्नी उसके साथ अनहोनी की आशंका से रो-रो कर बेहाल है। चन्द्रपाल के लापता होने की सूचना के बाद दिनशपुर थाने से एसआई हरीश चंदोला को चंडीगढ़ भेजा गया था। चंदोला ने बताया कि हिंसा में चन्द्रपाल के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस को अभी चन्द्रपाल का शव नहीं सौंपा गया है। शव मिलते ही उनके देर रात तक दिनशपुर पहुंचने की उम्मीद है।
इससे पहले शनिवार को पंचकूला से वापस आए डेरा प्रेमियों की सूचना पर गांव के प्रधान पति और लापता डेरा प्रेमियों के परिजनों के साथ दिनेशपुर पुलिस की टीम उनकी तलाश में पंचकूला रवाना हो गई है। दिनेशपुर के ग्राम ढिमरी ब्लॉक के प्रधान पति मक्खन लाल के मुताबिक गांव से पंचकूला गए डेरा प्रेमियों में दो समर्थक लेखराज और चंद्रपाल नहीं लौटे हैं। बताया जा रहा है कि चंद्रपाल को सीने में गोली लगी थी। तब से वह लापता था। वहीं लेखराज हाथ में गोली लगने से घायल हो गया। वह पंचकूला अस्पताल में भर्ती बताया जा रहा है।
पंचकूला में शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा के 32 समर्थकों की मौत के बाद दिनेशपुर के गांव ढिमरी ब्लाक के एक घर में बेचैनी छायी रही। ग्राम प्रधान पति मक्खनलाल ने बताया कि घायल चंद्रपाल के दो छोटे बच्चे हैं। उसकी घर की माली हालत ठीक नहीं है। चंद्रपाल मजदूरी कर परिवार पालता है। उसकी पत्नी उसके साथ अनहोनी की आशंका से रो-रो कर बेहाल हो रही है। वहीं पूछे जाने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी बाजपुर बीएस चौहान ने कहा कि उन्हें दिनेशपुर से गए किसी डेरा प्रेमी के गोली लगने की जानकारी नहीं है। तस्दीक के लिए थाने से सिपाही साथ पंचकूला भेजा गया है।
सूत्रों के मुताबिक पंचकूला में हिंसा के बाद दिनेशपुर लौटे डेरा प्रेमियों ने एलआईयू के सामने कई अहम खुलासे किए हैं। डेरा प्रेमियों के मुताबिक उन्हें डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय से आदेश मिला था कि गुरुजी पर अंतिम फैसला आने को हैं। पहले 17 अगस्त को पंचकूला आने के लिए कहा गया था। मगर इस दिन राम रहीम पीठ दर्द के चलते कोर्ट में पेश नहीं हुए, लिहाजा समर्थकों को फैसले के दिन पंचकूला में पूरी तैयारी के साथ पहुंचने के आदेश दिए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक दिनेशपुर के गांव डिमरी लौटे डेरा प्रेमियों ने एलआईयू को बताया है कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान से पहुंचे समर्थकों को जत्थों में बांटकर उपद्रव करने की योजना तैयार की जा चुकी थी। दिनेशपुर से गए समर्थकों के मुताबिक उन्हें पंचकूला कोर्ट परिसर के आस-पास डटे रहने के आदेश दिए गए थे। जहां फैसला आने के बाद पथराव करने को कहा गया था। कुछ अन्य लोगों को रेलवे स्टेशन और सार्वजनिक जगहों पर आगजनी और उपद्रव करने के भी निर्देश बीच-बीच में दिए जाते रहे। सूत्रों के मुताबिक लापता दोनों डेरा प्रेमियों की ड्यूटी पंचकूला स्टेशन में आगजनी के लिए लगाई गई थी। हालांकि स्थानीय पुलिस प्रशासन इस मामले में पूरी तरह खामोशी ओढ़े हैं।