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यूकास्ट और SRHU ने मनाया 35 वां राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

प्रदेश में उच्च गुणवत्ता की रिसर्च के लिए साइंस एन्ड टेक्नोलोजी कालेज-आयसर(इंडियन इंस्टिट्यूट आफ साइंस एन्ड एजुकेशन रिसर्च सेन्टर) को भी खोलने हेतु राज्य सरकार प्रयासरत

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय SRHU में मनाया गया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

छात्र-छात्राओं ने रंगोली व पोस्टर प्रदर्शनी से दी कोरोना से बचाव की जानकारी

देहरादून । स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने रंगोली व पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से कोरोना से बचाव की जानकारी दी।
शनिवार को माइक्रो बायोलॉजिस्ट सोसायटी आफ इंडिया के तत्वावधान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में बायोसाइंस विभाग में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डाॅ. संजय गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस रमन प्रभाव की खोज के कारण मनाया जाता है। यह खोज भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन द्वारा 28 फरवरी 1928 को की गई थी।
इस खोज के कारण सीवी रमन को साल 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य देश में विज्ञान के प्रति लोगों में रुचि को बढ़ाना है। खासकर छात्र-छात्राओं को प्रेरित करना है। विज्ञान और तकनीक को प्रसिद्ध करने के साथ ही देश के नागरिकों को इस क्षेत्र मौका देकर नई उंचाइयों को हासिल करना इसका अहम उद्देश्य है।
डाॅ. विवेक कुमार के निर्देशन में बाॅयोसाइंस के छात्र-छात्राओं ने रंगोली, पोस्टर प्रदर्शनी और माॅडल के जरिये कोरोना बीमारी से बचाव, लक्ष्ण आदि की जानकारी दी।
देहरादून : 35वें राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, लक्ष्य एवं अग्रणी संस्था ने मिलकर शहीद दुर्गामल्ल पीजी कालेज, डोईवाला में कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के लगभग 300 विद्यार्थियों व अध्यापकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर विद्यार्थियों हेतु प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ जिसमें अतिथियों द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा.डी पी उनियाल, संयुक्त निदेशक, यूकास्ट ने विज्ञान दिवस को मनाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी, उन्होंने कोविड वैक्सीन के बारें लोगों को जागरूक किया साथ ही जीवन में विज्ञान की उपयोगिता के बारे में बताया।
मुख्य वक्ता डा.बृजमोहन शर्मा, स्पैक्स संस्था द्वारा बताया गया कि कैसे विज्ञान से मानव जीवन को सरल बनाया जा सकता है। उन्होंने पानी के उपर विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी साथ ही कैसे बंद बोतल के पानी की गुणवत्ता की जांच की जा सकती है, उसका प्रत्यक्ष उदाहरण दिया।
विशिष्ट अतिथि अमित पोखरियाल, अध्यक्ष पीआरएसआई एवं प्रबंधक जनसम्पर्क यूकास्ट ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत है, राज्य सरकार शीघ्र ही लोगो को झाझरा में साइंस सिटी की सौगात देने वाली है जिसका एमओयू राज्य सरकार और एनसीएसएम के मध्य हो गया है जो देश विदेश के पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र बनेगी, उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में उच्च गुणवत्ता की रिसर्च के लिए साइंस एन्ड टेक्नोलोजी कालेज-आयसर(इंडियन इंस्टिट्यूट आफ साइंस एन्ड एजुकेशन रिसर्च सेन्टर) को भी खोलने हेतु राज्य सरकार प्रयासरत है, शीघ्र ही हमारा प्रदेश देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनेगा। अमित पोखरियाल ने कहा कि समय आ गया है कि अब विकास और पर्यावरण का समन्वय बनाकर प्रदेश आगे बढ़े।
इस अवसर पर अग्रणी विकास संस्थान के अध्यक्ष अवनीश मलावी ने कार्यक्रम का समन्वय और संचालन किया तथा लक्ष्य संस्थान के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद सेमवाल द्वारा उपस्थित बच्चो को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के नये तरीके बताये।
इस अवसर पर सुनील राणा, किशन सिंह असवाल, डा प्रशान्त सिंह, डोईवाला कालेज के अध्यापक आदि उपस्थित रहे।

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