UTTARAKHAND
खबर का असर तो हुआ, भले ही आदेश बैक डेट में कर दिए

महीनों से टाली जा रही शिकायत पर अस्थाई तौर पर की गई तैनाती
कागजों में नियुक्त फार्मासिस्ट को गरम पानी सीएचसी में दी गई है तैनाती
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। यह तो गजब हो गया कि लंबे समय से टालमटोल करने वाले स्वास्थ्य विभाग ने नैनीताल जिला के अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र चंद्रकोट में एक फार्मासिस्ट की सप्ताह में तीन दिन की सेवाओं के आदेश कर दिए। इन आदेश पर उसी दिन की तिथि 20 अप्रैल अंकित है , जिस दिन विभाग को एक शिकायती पत्र दिया जाता है। यह पत्र अगले दिन देवभूमि मीडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित करके ग्रामीणों की समस्या को उजागर किया था। स्वास्थ्य विभाग के आदेश को यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण के समय में स्वास्थ्य विभाग बड़ी तेजी से कार्य कर रहा है या फिर फजीहत से बचने के लिए इसको बैक डेट में जारी कर दिया।
प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव और अन्य आला अधिकारी भले ही सूबे के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी पूरा होने के दावे करते हैं, लेकिन हकीकत इसके उलट है। नैनीताल जिले के बेतालघाट तहसील के ग्राम चन्द्रकोट के अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और फार्मासिस्ट की तैनाती केवल कागजों में ही है। अस्पताल में पिछले दो महीने से डॉक्टर और फार्मासिस्ट की सेवाएं नहीं हो पा रही है। इससे पहले कभी कभी एक या दो महीने में डॉक्टर और फार्मासिस्ट दिख जाते थे।
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गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के समय का यह स्वास्थ्य केंद्र दुर्गम गाँव चंद्रकोट, चंद्रकोट धुरा, सौनली, तूनिया, हमकोट, लेधरा, सिरानी आदि को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए स्थापित किया गया था। हालाँकि उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अस्पताल में कर्मचारी नियुक्त हैं, लेकिन दोनो में से कोई भी वहाँ स्थायी तौर पर नहीं जाता।
सामाजिक करकर्ता सुरेंद्र हालसी , ग्राम प्रधान संगठन बेतालघाट के अध्यक्ष भुवन महरा भी इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कर चुके हैं। दुर्गम क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र मे चिकित्सा व स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं, वहीं इस पद पर नियुक्त कर्मचारी को पीएचसी खैरना में तैनाती दी गई है।
सीएचसी बेतालघाट के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने फार्मासिस्ट हीरा सागर को जारी आदेश में कहा है कि ग्रााम पंचायत चंद्रकोट एवं सौनली से प्राप्त स्वास्थ्य समस्या के समाधान एवं कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के दृष्टिगत उनको अपने कार्य के अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र चंद्रकोट का कार्य भी सप्ताह में तीन दिन सुनिश्चित करना होगा।
उनको कोरोना संबंधी रिपोर्ट चंद्रकोट की टीम संख्या 6 में फार्मासिस्ट त्रिवेणी चंद्र पांडे को देनी होगी। आदेश में कहा गया है कि यह व्यवस्था अस्थायी है। हालात सामान्य होने पर फार्मासिस्ट मदन गिरी को उनके मूल तैनाती स्थल चंद्रकोट एवं मल्ली सेठी के लिए कार्यमुक्त किया जाएगा।
फार्मासिस्ट मदन गिरी के बारे में बताया गया कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए ब्लाक में दस रैपिड रिस्पांस टीम बनाई गई हैं, जिनमें दो चिकित्सालय स्तरीय रिस्पांस टीम तथा एक-एक ब्लाक निगरानी समिति बनाई गई हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्र चंद्रकोट में कार्यरत फार्मासिस्ट मदन गिरी से उनके कार्यानुभव के अनुसार सीएचसी गरम पानी में आकस्मिक सेवा, अटल आयुष्मान योजना का कार्य भी लिया जाता है। वो ब्लाक स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य भी हैं।