नयी दिल्ली : कभी सत्ता और रसूख की पहचान रही और उद्योगपति बिरला समूह की भारतीय कार अंबेसडर का ब्रांड बिक गया है। फ्रांस की कंपनी प्यूजो ने इसे महज 80 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। करीब 3 साल पहले बंद हो चुकी एंबेसडर कारों के ब्रांड का मालिकाना हक रखने वाली हिंदुस्तान मोटर्स ने इस सौदे की सूचना शेयर बाजार को दी है।
प्यूजो एसए ने भारतीय बाजार में दोबारा प्रवेश करने के लिए पिछले महीने सीके बिड़ला समूह के साथ करार किया है। कंपनी करीब 700 करोड़ रुपये के निवेश के साथ तमिलनाडु में निर्माण इकाई स्थापित करने जा रही है। प्यूजो, सिट्रॉन और डीएस ब्रांड बेचने वाला फ्रांस का पीएसए ग्रुप भारत के लिए नया नहीं है। इससे पहले प्यूजो ने भारत में ‘प्रीमियर आॅटोमोबाइल्स’ के साथ जॉइंट वेंचर बनाया था और इनकी ‘प्यूजो पाल’ नाम से कारें आती थी। यह जॉइंट वेंचर 2001 में खत्म हो गया था।
फ्रांस की कंपनी प्यूजो की फिर एंट्री
1958 में लॉन्च की गयी थी एंबेसडर कार। यह ब्रिटिश मॉरिस ऑक्सफर्ड-3 पर आधारित थी।
70 और 80 के दशक में एंबेसडर का भारतीय कार बाजार में खूब दबदबा रहा।
56 साल के सफर में एंबेसडर के 6 वर्जन लाये गये।
मारुति के आने के बाद इसकी बिक्री घटती गयी। इंडिगो, डिजाइर जैसी गाड़ियाें ने अंबेसडर को बड़ा झटका दिया।
2013 के आसपास से यह कार राजनेताओं की पहुंच से भी दूर होती चली गयी।
2014 में हिंदुस्तान मोटर्स ने अंबेसडर के दौड़ मेें बने रहने की उम्मीदें छोड़ दीं।