पीएम मोदी ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन कर दिया है. यह पूर्वांचल और बौद्ध धर्म के लिए कई मायनों में खास है. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत बौद्ध समाज की आस्था का केंद्र है. मोदी बोले कि आज कुशीनगर दुनिया से जुड़ गया है. सबके साथ से सबका विकास हो रहा है. मोदी ने कहा कि एयरपोर्ट से सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिलेगा. इससे किसान, पशुपालकों, छोटे बिजनेसमैन आदि को भी फायदा होगा. रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. देखें और क्या बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
कुशीनगर एयरपोर्ट की क्या है खासियत, पहली अंतराष्ट्रीय फ्लाइट लैंड
एयरपोर्ट के शुरू होने से दुनियाभर से भगवान बुद्ध के अनुयायियों के लिए कुशीनगर पहुंचने का रास्ता आसान हो जाएगा. इस एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट श्रीलंका के कोलंबो से आई, जिसमें 125 यात्रियों समेत बौद्ध भिक्षु होंगे. केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इस एयरपोर्ट को 260 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इसका टर्मिनल 3 हजार 600 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. नया टर्मिनल भीड़भाड़ वाले समय में 300 यात्रियों को आने-जाने की सुविधा देगा.
केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को 260 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इसमें टर्मिनल 3 हजार 600 वर्ग मीटर में वर्ग मीटर में फैला है. नया टर्मिनल भीड़भाड़ वाले समय में 300 यात्रियों को आने-जाने की सुविधा देगा.
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे 3.2 किमी लंबा और 45 मीटर चौड़ा है, जो यूपी का सबसे लंबा रनवे है. इसके रनवे पर हर घंटे 8 फ्लाइट आ-जा सकती हैं.
24 जून 2020 को इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित किया गया था. इस एयरपोर्ट से श्रीलंका, जापान, चीन, ताइवान, साउथ कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर और वियतनाम जैसे दक्षिण एशियाई देशों के लिए डायरेक्ट फ्लाइट होगी. यहां आने वाले यात्री लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर की यात्रा कर सकते हैं. इसके साथ ही श्रावस्ती, कौशांबी, संकीशा, राजगीर और वैशाली की यात्रा भी कम समय में हो जाएगी.