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उत्तराखंड लौटने के लिए कराया एक लाख 37 हजार से अधिक प्रवासियों ने किया रजिस्ट्रेशन

”बच्यां रौला, त गौं मां माटु खैणी खौला”

सरकार सभी फंसे हुए लोगों को उनके घर तक पहुंचाएगी : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र 

राज्य से बाहर फंसे प्रवासियों को सुरक्षित घर लाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। अधिकांश लोग पर्वतीय जनपदों के हैं, ऐसे में ग्राम प्रधानों की जिम्मेदारी बढ़ेगी। प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच करवाने के बाद ही उसे घर भेजा जाएगा। जहां जरूरत होगी होम और संस्थागत क्वारंटीन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें। सरकार सभी फंसे हुए लोगों को उनके घर तक पहुंचाएगी। संख्या अधिक होने से इसमें थोड़ा समय लग सकता है।

400 उत्तराखंड के लोगों को बसों से वापस राज्य में लाया गया : शैलेश बगोली 

सचिव परिवहन शैलेश बगोली ने बताया कि रविवार को राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में शिविरों में रूके लगभग 1400 उत्तराखंड के लोगों को बसों से वापस राज्य में लाया गया है।

वहीं राज्य के भीतर अपने घर से बाहर जो लोग दूसरे जिलों में फंसे हैं, उन्हें भी अपने जिले में भेजा जा रहा है। इनमें जो लोग अपने वाहन से जाना चाहते हैं उन्हें पास निर्गत किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार से भी सहमति प्राप्त हुई है कि राजस्थान में फंसे हुए उत्तराखंड के जो लोग अपने वाहन से उत्तराखंड आना चाहते हैं, उन्हें राजस्थान सरकार द्वारा प्राथमिकता से पास निर्गत किए जाएंगे।

सचिव परिवहन बगोली ने कहा दूरस्थ स्थानों से उत्तराखंड के लोगों को वापस राज्य में लाये जाने के लिए रेल मंत्रालय से समन्वय कर व्यवस्था की जा रही है।

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : एक पुरानी कहावत है “जैसे उड़ी जहाज को पंछी पुनि जहाज पर आवै” बेहतर रोज़गार की तलाश में पलायन सृष्टि का नियम है लेकिन जब जान पर आफ़त हो तो ऐसे में अपने गांव, कस्बा, जिला और प्रदेश को छोड़ बाहर गए ऐसे लोगों को अपने राज्य और वहां अपने गांव तक पहुँचने की चिंता सताने लगती है। पहाड़ में भी इसी बात को लेकर  प्रसिद्ध लोकगायक और गढ़रत्न श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी की कहावत है ”बच्यां रौला, त माटु खैणी खौला” यानि अपने प्रदेश अपने गांव में तो कैसे भी गुजर -बसर कर सकते हैं, लेकिन घर से बाहर तो जब जेब में कुछ होगा तो ही गुजर -बसर होगा।
शायद यह कहावत आजकल चल रहे लॉकडाउन के कारण देश के तमाम हिस्सों में फंसे प्रवासियों पर फिट बैठती है और शायद उन्होंने भी यही सोचकर अपने प्रदेश और अपने गांव वापसी की सोची होगी। सरकारी आकड़ों के हिसाब से आज तक लभगग एक लाख 37 हजार 969 प्रवासी उत्तराखंडियों ने प्रदेश वापसी के लिए स्मार्ट सिटी के वेब पोर्टल पर पंजीकरण कराया है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है।
उनकी यह वापसी केंद्र सरकार द्वारा देश के तमाम प्रदेशों में लॉक डाउन की घोषणा के बाद से फंसे लोगों सहित रोज़गार की तलाश में गए प्रवासियों की वापसी के लिए मिली छूट के बाद हो रही है। जहाँ एक तरफ केंद्र सरकार वापसी के लिए विशेष रेलें चला रहा है वहीं राज्य दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने प्रदेश के लोगों की वापसी के लिए उत्तराखंड सरकार ने एक पोर्टल की शुरूआत की है, इस पोर्टल पर देश के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे उत्तराखंडवासियों द्वारा पंजीकरण करवाया जा रहा है।  

 

रविवार प्रातः तक हुए पंजीकरण की प्रदेशवार स्थिति 

राज्य प्रवासियों की संख्या
अंडमान निकोबार 58
आंध्र प्रदेश 531
अरुणाचल प्रदेश 70
असम 117
बिहार 395
चंडीगढ़ 4108
छत्तीसगढ़ 294
दादर नगर हवेली 266
दमन 205
दिल्ली 39429
गोवा 1345
गुजरात 7247
हरियाणा 19304
हिमाचल प्रदेश 1606
जम्मू एंड कश्मीर 271
झारखंड 122
कर्नाटका 4510
केरला 807
लद्दाख 1
लक्षद्वीप 2
मध्य प्रदेश 1649
महाराष्ट्र 16724
मणिपुर 7
मेघालय 26
मिजोरम 5
नागालैंड 8
उड़ीसा 131,
पांडिचेरी 19
पंजाब 8556
राजस्थान 4760
सिक्किम 14
तमिलनाडु 1098
तेलंगाना 1391
त्रिपुरा 9
उत्तर प्रदेश 22558
वेस्ट बंगाल 336
कुल रजिस्ट्रेशन 137970

 

देश के विभिन्न राज्यों से अपने निजी वाहनों गढ़वाल व कुमाऊं आने वाले वाहनों की संख्या आवेदन की स्थिति 

निजी वाहनों 5026 3247
सरकारी विशेष पब्लिक वाहनों 64994 64702

 

अन्य राज्यों से मंडल के आधार पर उत्तराखंड तक निजी वाहनों से आने वाले लोगों की संख्या

राज्य गढ़वाल मंडल कुमाऊं मंडल
अंडमान निकोबार 1 1
आंध्र प्रदेश 6 10
असम 5 1
छत्तसीगढ़ 6 1
बिहार 22 17
दिल्ली 1578 1204
गुजरात 57 34
हरियाणा 694 435
जम्मू कश्मीर 15 7
झारखंड 2
हिमाचल प्रदेश 104 26
गोवा 1
कर्नाटका 23 9
केरला 2 1
महाराष्ट्र 112 60
मध्य प्रदेश 26 23
उड़ीसा 1 1
गढ़वाल 367 90
पांडिचेरी 1
तमिलनाडु 3 10
राजस्थान 120 60
वेस्ट बंगाल 12 6
उत्तर प्रदेश 1640 1201
तेलंगाना 5 7

पब्लिक वाहनों से देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले व जाने वाले वाहनों की संख्या

राज्य गढ़वाल मंडल कुमाऊं मंडल
अंडमान निकोबार 39 18
आंध्र प्रदेश 278 237
अरुणाचल प्रदेश 45 22
असम 57 54
बिहार 236 120
छत्तीसगढ़ 207 80
दादर हवेली 121 141
दमन 133 71
गोवा 769 565
गुजरात 3241 3915
दिल्ली 16303 20344
हरियाणा 7439 10736
हिमाचल प्रदेश 853 623
झारखंड 70 50
जम्मू कश्मीर 157 92
कर्नाटका 3169 1309
केरल 356 448
लद्दाख 1
लक्ष्यदीप 1 1
मध्य प्रदेश 1011 589
मणिपुर 3 4
मेघालय 11 15
मिजोरम 2 3
नागालैंड 5 3
उड़ीसा 63 66
पांडुचेरी 7 11
पंजाब 5091 2908
राजस्थान 2298 2282
सिक्किम 8 6
तमिलनाडु 619 466
तेलंगाना 933 446
त्रिपुरा 5 4
उत्तर प्रदेश 8598 11119
पश्चिम बंगाल 181 137

 

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