UTTARAKHAND
माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने ठंड से बचने के लिए तीर्थ पुरोहितों के लिए पहुंचाए ट्रेक सूट,कंबल और शॉल

बदरीनाथ धाम में शून्य से नीचे पहुंचा तापमान,कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने तीर्थ पुरोहितों के लिए पहुंचाए ट्रेक सूट,कंबल और शॉल

देहरादून । उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम करवट बदलने लगा है। जिसके चलते चारों धामों की आस-पास की पहाड़ियों बर्फबारी शुरू हो गई है। बर्फबारी के बाद बदरीनाथ,केदारनाथ सहित पूरे उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। इस बीच बदरीनाथ में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है,जबकि केदारनाथ में दूसरी बार बर्फ गिरी है।
तीर्थ पुरोहित ने कहां की इस कड़ाके की ठंड से बचने के लिए हमें ट्रेक कसूट,कंबल,शॉल,मास्क और सेनेटाइजर प्रदान कर माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने हम सब को जो आशीर्वाद दिया है। वह निश्चित तौर पर हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। क्योंकि इस बार कोराना वायरस संक्रमण के चलते चारा धाम यात्रा पर बहुत प्रभाव पड़ा। लेकिन अब अंतिम दौर में चारा धाम यात्रा पीक पर है। ऐसे में यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए पूजा-पाठ करना उन्हें दर्शन करवाना,वह भी इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड में,निश्चित तौर पर यह बहुत मुश्किल दौर है। लेकिन माता मगंला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने इस मुश्किल समय में तीर्थ पुरोहितों और बदरीनाथ धाम से जुड़े तमाम सेवकों को यह भेंट पहुंचा कर हमारे सेवा कार्यों में तो सहयोग किया ही हैं,साथ ही हमें अपने सेवाओं को विस्तार करने का अवसर भी प्रदान किया है। हम बाबा केदार और बाबा बद्री विशाल जी से माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज के स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना करते हैं
इन योजनाओं में ‘हंस जल धारा के तहत लगभग 200 गांव में शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना प्रमुख है। जिसकी लागत लगभग 50 करोड़ रुपये है। इस योजना को उत्तराखंड में दो से तीन साल में पूरा किया जाना है।


