Uttarakhand

केदारनाथ के कपाट कल खुलेंगे, दर्शनों को पहुंचेंगे पीएम मोदी

गढ़वाली व्यंजन का केदारनाथ में पीएम मोदी लेंगे स्वाद 

गुप्तकाशी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बदरी-केदार मंदिर समिति रुद्राभिषेक समेत अन्य पूजाओं की विशेष व्यवस्था कर रही है। उधर, प्रशासन सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता करने में जुटा है। मंदिर के पांच सौ मीटर के दायरे में बैरीकेडिंग की जा रही है। केदारनाथ में एमआइ-17 की ट्रायल लैंडिंग भी की गई। इसके अलावा गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने प्रधानमंत्री के नाश्ते और दोपहर के भोजन की तैयारियां कर रहा है। भोजन में गढ़वाली व्यंजन परोसने की योजना है।

तीन मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं और इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बाबा केदार के दर्शन को पहुंच रहे हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने कहा हालांकि अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से पूजा का कोई कार्यक्रम प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन मंदिर समिति संभावित कार्यक्रम के मद्देनजर तैयारियां कर रही है।

उन्होंने कहा कि वेदपाठियों और पुजारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए मंदिर समिति से पदाधिकारियों से विचार-विमर्श किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस पर भी चर्चा की गई कि प्रधानमंत्री के सम्मुख क्या-क्या प्रस्ताव रखे जाएंगे। यद्यपि इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से उन्होंने इन्कार कर दिया। रावल ने इतना अवश्य कहा कि प्रधानमंत्री से केदारनाथ को सड़क से जोड़ने की मांग की जाएगी, ताकि गरीब श्रद्धालु भी आसानी से यहां पहुंच सके।

केदारनाथ में यात्रा व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे लोनिवि के अधिशासी अभियंता इंद्रजीत बोस ने बताया कि प्रधानमंत्री मंदिर के पीछे बने हेलीपैड से मंदिर तक करीब पांच सौ मीटर की दूरी पैदल ही तय करेंगे।

दूसरी ओर जीएमवीएन के क्षेत्रीय प्रबंधक डीएस नेगी ने बताया कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ में एक घंटे रूकने का कार्यक्रम है। ऐसे में पूजा के बाद उनके लिए नाश्ते की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन यदि कार्यक्रम में कुछ फेरबदल होता है तो इसके तहत दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री का मैन्यू जीएमवीएन ने ही तैयार किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई निर्देश नहीं मिले हैं।

नाश्ते में प्रधानमंत्री का मैन्यू
अंकुरित सलाद, सैंडविच, दलिया, ड्राई फ्रुट, जूस और कॉफी।

दोपहर के भोजन का मैन्यू
झंगोरे (पहाड़ के विशेष चावल) की खिचड़ी, झंगोर की खीर, मुंडुवे के आटे की रोटी, मंडुवे की पूरी, काली दाल के पहाड़ी व्यंजन और अंकुरित सलाद।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »